कुट्टू का मतलब क्या है? कुट्टू का आटा घर में कैसे बनाएं और रेसिपी
नवरात्रि में कुट्टू का आटा (Kuttu Ka Atta) का इस्तेमाल सबसे पॉपुलर है। कुट्टू का आटा (Buckwheat Flour) से कई खाने चीजें बनाई जा सकती हैं। कट्टू का आटा (Kuttu Ka Atta In Hindi) घर में कैसे बनाएं, यहां से जानें।
नवरात्रि साल में दो बार आते हैं। व्रत के लिए कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) सबसे पॉपुलर होता है। इस समय जो लोग व्रत रखते हैं उन लोगों को अनाज का सेवन नहीं करना होता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप सब कुछ खाना छोड़ दें। इस समय व्रत वाली रेसिपी के बारे में पता होना जरुरी है। अनाज की जगह पर आप कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) उपयोग में ला सकते हैं। यह ग्लूटेन फ्री है जिसको भारत में लोगों के द्वारा मजे से खाया जाता है। कुट्टू का आटा से बनने वाली रेसिपी इन हिंदी में जानकारी इस आर्टिकल से ले सकते हैं।
विषय सूची
कुट्टू का आटा क्या है? (What Is Kuttu Ka Atta In Hindi?)
कुट्टू पौधे से प्राप्त होते हैं जिन्हें पीसकर कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) बनाया जाता है। कुट्टू का आटा प्रोटीन, आयरन, ज़िंक, फॉलेट, कॉपर, मैग्नीशियम, विटामिन बी, मैग्नीज और फॉस्फोरस से भरपूर होता है। गेंहू के आटे की जगह कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) का इस्तेमाल किया जा सकता है और साथ ही यह ग्लूटेन फ्री भी है। जो लोग ग्लूटेन एलर्जी से गुजर रहे हैं उन लोगों के लिए यह अच्छा ऑप्शन है। भारत में कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) कई खाने में इस्तेमाल किया जाता है। इसके पौष्टिक आहार और फायदे किसी से भी नहीं छुपे हैं। कुट्टू को सबसे ज्यादा इस्तेमाल नवरात्रि के दिनों में किया जाता है। लोग कुट्टू के आटे को गेंहू के आटे की जगह इस्तेमाल करते हैं।
कुट्टू का आटा के पौष्टिक आहार (Buckwheat Nutritional Value In Hindi)
कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) फाइबर से भरपूर है। अगर आप ऐसी खाने की चीज ढूंढ रहे हैं जो आपकी पाचन शक्ति मजबूत करने में मदद करे तो कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) एक अच्छा ऑप्शन है। कुट्टू का आटा और क्विनोआ छद्म आहार (pseudocereal) का सही उदाहरण हैं क्योंकि इनमें अनाज के सार गुण पाए जाते हैं। इसमें कई पौष्टिक आहार पाए जाते हैं जैसे कि विटामिन के, बी-6, कैल्शियम, मैग्नीशियम, प्रोटीन आदि इसलिए यह डाइट के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।
कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) में कई सारे पौष्टिक आहार पाए जाते हैं और आप इसको अपनी रेसिपी में अलग- अलग तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) अपनी डाइट में शामिल कर लेंगे तो आपको यह सारे फायदे मिलेंगे-
- सामान्य ब्लड ग्लूकोज लेवल
- वेट लॉस
- स्वस्थ पाचन शक्ति
- सेहतमंद दिल
कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) के फायदे कई सारे हैं इसलिए यह जरुरी नहीं है कि आप इसका सेवन सिर्फ व्रत के समय में ही करें। इसको आप अपनी डाइट में भी शामिल कर सकते हैं। डाइट में शामिल करने से पहले आपको इसके नुकसान के बारे में भी पता होना जरुरी है।
कुट्टू से होने वाला सबसे आम नुकसान है एलर्जी। अगर आपको किसी अनाज से एलर्जी है तो इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरुर सलाह लें।
कुट्टू का आटा की रेसिपी (Kuttu Atta Recipes In Hindi)
नवरात्रि के व्रत रखने से पहले आपको पता होना चाहिए कि नवरात्रि में क्या खाना चाहिए। 9 दिन नवरात्रि के व्रत करने के लिए भारतीय लोगों की पहली पसंद कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) होती है।अधिकतर लोग कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) से बना हुआ खाना ही खाते हैं। तो आइए कुट्टू का आटा की डिश के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर लेते हैं। कुट्टू का आटा की रेसिपी इन हिंदी में जानकारी नीचे ले से सकते हैं।
कुट्टू के आटे की पकौड़ी
व्रत के समय कुट्टू के पकोड़े सबसे ज्यादा खाए जाते हैं। कुट्टू के आटे की पकौड़ी आपके लिए और आपके परिवार के लिए सबसे अच्छा भोजन है। कुट्टू के पकौड़े कुट्टू के आटा, हरी मटर, धनिया, हरी मिर्च से बनाएं जाते हैं। इन पकौड़े से आपको स्वाद के साथ- साथ दिन के जरुरी आहार भी प्राप्त होंगे।
कट्टू का कबाब
यह आपके व्रत के समय में सबसे स्वादिष्ट भोजन में से एक है। इसको कुट्टू के आटे, हरी मिर्च, अदरक और धनिया से बनाया जाता है। व्रत का परफेक्ट खाना बनाने के लिए आप इसको गर्म चाय के साथ खा सकते हैं। ऐसा करने से यह आपके व्रत रखने के समय को फ्लेवर से भरे अनुभव में बदल देगा।
कुट्टू के पराठे
कुट्टू के पराठे ऐसी डिश है जिसको आप दिन में कभी भी खा सकते हैं। व्रत के समय तो इन्हें खाते ही हैं इसके अलावा कुट्टू के पराठे सामान्य दिनों में भी खा सकते हैं। इसको बनाने का तरीका बाकी आटे से पराठे बनाने जैसा ही है। इसमें गेंहू के आटे की जगह कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) इस्तेमाल किया जाता है। इसमें अपनी इच्छा के अनुसार सेंधा नमक मिला सकते हैं।
कुट्टू के आटे की पूरी/ रोटी
यह कुट्टू से बनी एक और स्वादिष्ट डिश है। कुट्टू के आटे की पूरी कैसे बनती है? इसको बनाने के लिए सबसे पहले कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) लगाया जाता है। इस आटे से आप रोटी भी बना सकते हैं और डीप फ्राई कर पूरी भी बना सकते हैं। इसके बाद छोटे- छोटे गोल रोटी की तरह बनानी हैं और इनको डीप फ्राई करना है। इन पूरी को व्रत के अलावा साल के किसी भी दिन मजे से खाया जा सकता है।
कुट्टू का डोसा
यह एक और जल्दी बनने वाली रेसिपी है जिसके बाद व्रत बहुत आसान लगेगा। सबसे पहले कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) का घोल बनाएं। अगर आपको व्रत के समय ज्यादा तला हुआ खाना नहीं खाना है तो यह आपके लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है। इसके बाद कम तेल की मदद से क्रिस्पी डोसा बनाएं। इसका मज़ा आप चटनी के साथ खाकर दो गुना कर सकते हैं।
घर में कुट्टू का आटा कैसे बनाएं? (How To Make Kuttu Ka Atta At Home In Hindi)
मार्किट में कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) आसानी से नहीं मिलता है। लेकिन इसको घर में बनाना बेहद आसान है। जैसे घर में बनाई हुई सारी चीजें अच्छी होती हैं वैसे ही घर में बनाया कुट्टू का आटा पौष्टिक, सेहतमंद और स्वादिष्ट होता है। घर में बनाएं गए कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) में मिलावट नहीं होती है वहीं मार्किट से लाए गए कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) में मिलावट होना आम बात हो गई है।
अगर आप सोच रहे हैं कि घर में कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) बनाना बहुत मुश्किल है तो हम आपको बता दें कि ऐसी बिल्कुल भी नहीं है। कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) बनाने के लिए सबसे पहले कुट्टू के बीज चाहिए। एक कप कुट्टू के बीज मिक्सर में डालें, 5 से 6 मिनट तक पीसने के बाद आपको जैसा आटा चाहिए वैसा आपको मिल जाएगा।
कुट्टू का आटे की सबसे अच्छी बात यह है कि इसकी शेल्फ लाइफ लंबी होती है इसलिए इसका इस्तेमाल लंबे समय के लिए किया जा सकता है। कुट्टू के बीज को आप एयर टाइट डिब्बे में एक साल के लिए रख सकते हैं वहीं कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) फ्रिज में टाइट पैक कर रख सकते हैं जिससे इसकी शेल्फ लाइफ 6 महीने तक बढ़ सकती है।
नवरात्रि में खाना क्यों नहीं खाते (Why We Don’t Eat Food During Fast In Hindi)
नवरात्रि में अनाज नहीं खाते हैं और ऐसा कई सदियों से होता आ रहा है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है ऐसा क्यों होता है? इसका कारण आप धार्मिक सोच और आयुर्वेद को कह सकते हैं।
व्रत में खाना न खाने से यह प्रतीत होता है कि आप भगवान को कितना मानते हैं और इससे आध्यात्मिक शुद्धि भी होती है। साथ ही व्रत रखने से जीवन में शांति प्राप्त करते हैं और अपने आपको भगवान के करीब मानते हैं।
वहीं विज्ञान की नज़र से देखा जाए तो नवरात्रि साल में दो बार तब आती है जब मौसम में बदलाव आता है। आयुर्वेद का कहना है कि इस समय हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम कमज़ोर हो जाता है। और ऐसी स्थिति में हमें अनाज, मीट, प्याज और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए जिससे बीमार होने के आसार बढ़ जाते हैं।
आखिर में
कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) से कोई भी रेसिपी बनाने से पहले आपको इसके फायदे और नुकसान के बारे में अच्छे से जानकारी होनी चाहिए। कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) की जगह पर आप सिंघारा, क्विनोआ या फिर समाई का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जहां नवरात्रि में खाने पर बहुत सारी पाबंदी होती है लेकिन इसके बावजूद नवरात्रि के दिनों में अलग- अलग स्वादिष्ट और पोषण के भरपूर डिश बना सकते हैं।ऐसा करने से व्रत रखना आसान, यादगार और मज़ेदार बन जाएगा।
FAQs
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क्या कुट्टू का आटा सेहतमंद है? (Is kuttu atta healthy?)
कुट्टू का आटा में कई पौष्टिक आहार पाए जाते हैं जैसे कि विटामिन के, बी-6, कैल्शियम, मैग्नीशियम, प्रोटीन आदि। कुट्टू के आटे के फायदे कई सारे हैं जैसे कि वेट लॉस, स्वस्थ पाचन शक्ति, सेहतमंद दिल, सामान्य ब्लड ग्लूकोज लेवल।
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कुट्टू का आटा व्रत में क्यों खाया जाता है? (Why we eat kuttu in fast?)
व्रत में आटा कुट्टू का इसलिए खाया जाता है क्योंकि इससे भूख में सुधार होता है। कुट्टू के आटे से एलर्जी नहीं होती है और साथ ही पेट स्वस्थ रखने में मदद करता है।
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क्या कुट्टू का आटा वेट लॉस में मदद करता है? (Is buckwheat flour good for weight loss?)
कुट्टू के आटे में कैलोरी की मात्रा कम होती है जिस कारण से वेट लॉस में मदद मिल सकती है।
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बकवीट को हिंदी में क्या कहते हैं? (What is the Indian name for buckwheat?)
बकवीट को हिंदी में कुट्टू का आटा कहा जाता है जिसका इस्तेमाल आमौतर पर नवरात्रि में रोटी, पराठा आदि बनाने के लिए किया जाता है।