सब्जियों के नाम हिंदी और इंग्लिश में
यहां से आप सब्जियों के नाम हिंदी और इंग्लिश में से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
वो क्या ऐसी खाने की चीज है जो बचपन में पसंद नहीं होती है लेकिन बड़े होने के बाद जरूरी हिस्सा बन जाती है? सभी के जवाब अलग- अलग होंगे जैसे कि फल, सब्जियां, आमतौर पर सेहतमंद खाना।
बचपन से ही सब्जियों का महत्व सिखाने की कोशिश की जाती है लेकिन इनका असली महत्व बड़े होने पर समझ आता है। जिन हरी सब्जियों को देखकर मुंह बना लिया करते थे, आज वो ही सब्जियां दिनचर्या का अहम हिस्सा हैं।
कई बार ऐसा होता है कि सब्जी मंडी या मार्केट से सब्जी लेने जाते हैं और सब्जी का नाम याद नहीं आता है? ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है। इस आर्टिकल से आप सब्जियों के नाम हिंदी में (sabjiyon ke naam hindi mein) और सब्जियों के नाम इंग्लिश में (sabjiyon ke naam english mein) से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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हिंदी और इंग्लिश में जानिए सब्जियों के नाम
अगर आपको हिंदी में सब्जियों के नाम (hindi mein sabjiyon ke naam) और सब्जियों के नाम इंग्लिश में (sabjiyon ke naam english mein) के बारे में जानना है तो यह आर्टिकल आपके लिए है। सभी सब्जियों के नाम इंग्लिश और हिंदी (all vegetables name in english and hindi) में यहां से प्राप्त कर सकते हैं।
1. फूलगोभी = Cauliflower
फूलगोभी ऐसी सब्जी है जो आमतौर पर बच्चों को बहुत पसंद होती है। यह सर्दियों की सब्जी है। यह फाइबर, विटामिन बी, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। फाइबर से भरपूर होने के कारण यह वेट लॉस के साथ- साथ स्वस्थ डाइजेशन में भी मदद करती है। 100 ग्राम फूलगोभी में 25 कैलोरी, 0.3 ग्राम फैट, 2 ग्राम डाइटरी फाइबर, 1.9 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। फूलगोभी से सब्जी, पराठे, पकोड़े, सूप बना सकते हैं।
2. मूली = Radish
मूली एक प्रकार की जड़ है जिसका सेवन आमतौर पर सलाद के रूप में किया जाता है। मूली कई रंग की होती है जैसे कि गुलाबी, लाल, बैंगनी, पीली, हरी, काली लेकिन अंदर से ज्यादातर सफेद होती है। 100 ग्राम मूली में 16 कैलोरी, 0.1 ग्राम फैट, 3.4 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 0.7 ग्राम प्रोटीन आदि पाए जाते हैं। मूली से कई डिश बनाई जा सकती हैं जैसे कि सब्जी, थेपला, पराठा, सलाद, रायता आदि।
3. पत्ता गोभी/ बंद गोभी = Cabbage
पत्ता गोभी या बंद गोभी एक प्रकार का पौधा है जिसे सब्जी की तरह खाया जाता है। इसका संबंध ब्रोकली, काले, ब्रसल स्प्राउट परिवार से है। 100 ग्राम पत्ता गोभी में 25 कैलोरी, 0.1 ग्राम फैट, 6 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 2.5 ग्राम डाइटरी फाइबर, 1.3 ग्राम प्रोटीन है। पत्ता गोभी से कई डिश बनाई जा सकती है जैसे कि पत्ता गोभी मटर, पत्ता गोभी चना दाल, पत्ता गोभी पराठा, पत्ता गोभी वडा, पत्ता गोभी चटनी, पत्ता गोभी पकोड़ा आदि।
4. लोबिया की फली/ बरबटी = Black Eyed Beans/Green Long Beans/Cowpea
लोबिया की फली/बरबटी पोषण से भरपूर होती है। इनमें फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसे डाइट में शामिल करने से कई फायदे मिल सकते हैं जैसे कि स्वस्थ डाइजेशन, सामान्य ब्लड प्रेशर, सेहतमंद वजन बनाए रखना, लो कोलेस्ट्रॉल लेवल, स्वस्थ आंखें और सेहतमंद त्वचा।
5. टमाटर = Tomato
हिंदुस्तानी खाना टमाटर के बिना अधूरा लगता है। टमाटर लाइकोपीन नाम के एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है जो दिल की बीमारी दूर रखने में मदद करता है। इसके अलावा औसत साइज के टमाटर में 22 कैलोरी और बड़े टमाटर में लगभग 32 कैलोरी होती है। यह बहुमुखी सब्जी है जिसका उपयोग कई स्वादिष्ट तरीके से किया जा सकता है। टमाटर से कई लाजवाब डिश बनाई जा सकती है जैसे कि सूप, सलाद, चटनी, रसम, चावल, सॉस, पुलाव, सांभर आदि।
6. प्याज = Onion
लहसुन- प्याज के तड़के के बिना हिंदुस्तानी खाना अधूरा लगता है। हिंदुस्तानी खाने में जितनी भी सामग्री का उपयोग किया जाता है उन सभी के फायदे हैं। प्याज के फायदे कई सारे हैं जैसे कि सेहतमंद दिल, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, सामान्य ब्लड शुगर लेवल, मजबूत हड्डियां, एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर, स्वस्थ पाचन शक्ति आदि। 100 ग्राम प्याज में 40 कैलोरी, 0.1 ग्राम फैट, 9 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 1.7 ग्राम डाइटरी फाइबर, 4.2 ग्राम शुगर, 1.1 ग्राम प्रोटीन आदि। प्याज के उपयोग से कई तरह की स्वादिष्ट डिश बनाई जा सकती हैं जैसे कि प्याज के पराठे, पकोड़े, रायता, चीज़ अनियन ऑमलेट, प्याज के कबाब आदि।
7. कद्दू = Pumpkin
आमतौर पर कद्दू गहरे पीले से लेकर नारंगी रंग के होते हैं और इसके अंदर बीज होते हैं। यह विटामिन और मिनरल्स से भरपूर है और इसमें कैलोरी की मात्रा कम है। आपको बता दें कि इसमें 94% पानी पाया जाता है। कद्दू का सेवन करने से गंभीर बीमारी से बचाव मिल सकता है। कद्दू खासतौर पर विटामिन ए से भरपूर होता है जो इम्यूनिटी स्ट्रांग बनाने में मदद करता है। इसके साथ ही यह विटामिन सी से भी भरपूर है जो व्हाइट ब्लड सेल प्रोडक्शन में मदद करते हैं जिसकी मदद से घाव जल्दी भरने में मदद मिलती है। एक कप पके हुए कद्दू (245 ग्राम) में 49 कैलोरी, 0.2 ग्राम फैट, 2 ग्राम प्रोटीन, 12 ग्राम कार्ब्स, 3 ग्राम फाइबर, आरडीआई 245% विटामिन ए, आरडीआई 19% विटामिन सी आदि पाया जाता है।
8. अदरक = Ginger
अदरक जड़ है जिसका उपयोग मसाले और दवाई के रूप में किया जाता है। आमतौर पर अदरक का सेवन चाय में डालकर किया जाता है। इसके साथ ही अदरक के फायदे हल्के खांसी-जुकाम के लिए असरदार है। भारत में अधिकतर लोग अदरक वाली चाय के साथ अपने दिन की शुरुआत करते हैं। अदरक के फायदे कई सारे हैं जैसे कि कीटाणु से लड़ने में लाभदायक, स्वस्थ मुंह, मितली से राहत, मांसपेशियों के दर्द में आराम, सामान्य ब्लड शुगर लेवल, लो कोलेस्ट्रॉल आदि। 100 ग्राम अदरक में 80 कैलोरी, 0.8 ग्राम फैट, 18 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 2 ग्राम फाइबर, 1.7 ग्राम शुगर, 1.8 ग्राम प्रोटीन आदि।
9. भिंडी = Lady Finger/Okra
भिंडी को कई देशों में ओकरा के नाम से जाना जाता है। भिंडी में कैरोटीनॉयड नाम का कंपाउंड पाया जाता है जो आंखों की रोशनी के लिए लाभदायक होता है। इसके अलावा भिंडी के फायदे कई सारे हैं जैसे कि सेहतमंद त्वचा, रेड ब्लड सेल प्रोडक्शन में लाभदायक, स्ट्रांग इम्यूनिटी, वेट लॉस, डायबिटीज में लाभदायक, कब्ज से राहत, लो कोलेस्ट्रॉल लेवल, सेहतमंद दिल आदि। 100 ग्राम भिंडी में 33 कैलोरी, 0.2 ग्राम फैट, 7 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 3.2 ग्राम डाइटरी फाइबर, 1.5 ग्राम शुगर, 1.9 ग्राम प्रोटीन आदि पाए जाते हैं।
10. लौकी = Bottle Gourd
बचपन में लौकी का नाम सुनते ही मुंह बन जाता था लेकिन बड़े होने के बाद लौकी डाइट का अहम हिस्सा बन जाती है। इसे घीया के नाम से भी जाना जाता है। यह शरीर ठंडा रखने के लिए खासतौर पर जानी जाती है। इसके अलावा लौकी के फायदे सेहतमंद दिल, अच्छी नींद, चिंता से राहत, वेट लॉस, स्वस्थ डाइजेशन में मदद करते हैं। 100 ग्राम लौकी में 15 कैलोरी, 0 ग्राम फैट, 3.7 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 1.2 ग्राम डाइटरी फाइबर, 0.6 ग्राम प्रोटीन आदि पाए जाते हैं। लौकी से कई स्वादिष्ट डिश बनाई जा सकती हैं जैसे कि लौकी की सब्जी, कोफ्ता, थेपला, पराठा, रायता, हलवा, खीर, करी, सूप आदि।
11. करेला = Bitter Melon / Bitter Gourd
बचपन में ऐसी कई सब्जियां होती हैं जिन्हें खाने में नखरे दिखाते थे लेकिन बाद में यह डाइट का महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाते हैं। इन्हीं में से एक सब्जी करेला है। करेला के फायदे कई सारे हैं जैसे कि लो ब्लड शुगर लेवल, लो कोलेस्ट्रॉल लेवल, वेट लॉस आदि। एक कप कच्चे करेले (94 ग्राम) में 20 कैलोरी, 4 ग्राम कार्ब्स, 2 ग्राम फाइबर, 93% विटामिन सी (आरडीआई), 44% विटामिन ए (आरडीआई), 17% फोलेट (आरडीआई), 8% पोटैशियम (आरडीआई), 5% ज़िंक (आरडीआई), 4% आयरन (आरडीआई)। करेला से कई लाजवाब डिश बनाई जा सकती हैं जैसे कि खट्टा-मीठा करेला, करेले के चिप्स, स्टिर फ्राई करेला, भरवा करेला आदि।
12. टिंडा = Apple Gourd
टिंडा की खेती भारत में पंजाब और उत्तर प्रदेश में की जाती है। इसका खुद का फ्लेवर बहुत कम होता है। टिंडे का उपयोग छिलका के साथ या इसके बिना किया जा सकता है। टिंडा के फायदे कई सारे हैं जैसे कि सेहतमंद दिल, किडनी साफ करने में लाभदायक, स्वस्थ पाचन शक्ति, कीटो डाइट का अहम हिस्सा, डिप्रेशन में लाभदायक, सेहतमंद आंखों के लिए, स्वस्थ त्वचा, मजबूत बाल आदि। 100 ग्राम टिंडा में 86.2 किलो कैलोरी, 3.9 ग्राम फैट, 12.5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 0.6 ग्राम डाइटरी फाइबर, 2.0 ग्राम प्रोटीन, 9.8 % विटामिन ए, 30.5% विटामिन सी, 5.1% कैल्शियम आदि पाए जाते हैं। टिंडा कई प्रकार से बनाए जा सकते हैं जैसे कि टिंडा मसाला, पंजाबी टिंडा मसाला, भरवा टिंडा आदि।
13. बैंगन = Brinjal
बैंगन खाने में जितना स्वादिष्ट होता है उतने ही बैंगन के फायदे हैं। यह विटामिन और मिनरल्स का लाजवाब स्रोत है। बैंगन के फायदे सेहतमंद डाइजेशन, स्वस्थ दिल, मजबूत हड्डियां, सेहतमंद दिमाग रखने में मदद करता है। आपको बता दें 100 ग्राम बैंगन में 25 कैलोरी, 0.2 ग्राम फैट, 6 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 3 ग्राम डाइटरी फाइबर, 3.5 ग्राम शुगर, 1 ग्राम प्रोटीन आदि। बैंगन से कई स्वादिष्ट डिश बनाई जा सकती हैं जैसे कि बैंगन का भरता, कटलेट, करी, बैंगन फ्राई आदि।
14. मटर = Peas
मटर का नाम सुनते ही दिमाग में मटर की स्वादिष्ट डिश की तस्वीर बन जाती है। यह बहुमुखी है जिसका उपयोग खाने में कई तरीके से किया जा सकता है जैसे कि मटर के चावल, मटर पनीर, मटर की चटनी, मटर की सब्जी, मटर के पराठे आदि। यह आमतौर पर सर्दियों में मिलती है। जितनी खाने में यह स्वादिष्ट होती है उतने ही लाभदायक इसके फायदे हैं जैसे कि एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, प्रोटीन का लाजवाब स्रोत, सामान्य ब्लड शुगर, सेहतमंद डाइजेशन, स्वस्थ दिल आदि। ½ कप (170 ग्राम) मटर में 62 कैलोरी, 11 ग्राम कार्ब्स, 4 ग्राम फाइबर, 4 ग्राम प्रोटीन, 34% आरडीआई विटामिन, 24% आरडीआई विटामिन के, 15% आरडीआई थायमिन, 12% आरडीआई फोलेट, 11% आरडीआई मैंगनीज, 7% आरडीआई आयरन, 6% आरडीआई फास्फोरस पाए जाते हैं।
15. पालक = Spinach
हरी पत्तेदार सब्जियों में पालक सबसे पॉपुलर सब्जी है। इसके साथ ही पालक में विटामिन ए, सी, के, आयरन, फोलेट और पोटैशियम पाया जाता है। यह फाइबर से भरपूर है और अधिक मात्रा में फाइबर का सेवन करने से गैस, पेट में दर्द जैसी दिक्कतें भी हो सकती हैं। पालक के फायदे कई सारे हैं जैसे कि सामान्य ब्लड शुगर लेवल, मजबूत हड्डियां, वेट लॉस, सेहतमंद आंखें, हाइपर टेंशन कम करने में लाभदायक आदि। पालक से कई स्वादिष्ट डिश बनाई जा सकती हैं जैसे कि पालक की सब्जी, साग, रायता, जूस, पराठा, ऑमलेट, पकोड़े, हरा भरा कबाब आदि।
16. धनिया = Coriander Leaf
प्राकृतिक रूप से धनिया पत्ता की खुशबू लाजवाब होने के कारण, इसकी मदद से किसी भी सिंपल डिश में सुहावनी खुशबू शामिल हो जाती है। धनिया का इस्तेमाल हिंदुस्तानी खाने जैसे कि सूप, सलाद, रसम, करी और दाल में किया जाता है। धनिया पत्ते के फायदे कई सारे हैं जैसे कि विटामिन ए, सी और ई से भरपूर होने के कारण आंखें सेहतमंद रहती हैं। डाइटरी फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होने के कारण ब्लड शुगर लेवल सामान्य बना रहता है। धनिया पत्ता कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस से भरपूर होते हैं जिससे हड्डियां मजबूत बनी रहती हैं। धनिया पत्ता का सेवन रोजाना दा, सब्जी, सलाद में डालकर किया जा सकता है। कब्ज में धनिया पत्ता खाने में राहत मिल सकती है।
17. खीरा = Cucumber
शरीर में पानी की मात्रा सही बनाए रखने के लिए खीरा डाइट में शामिल की जा सकती है। खीरा का सेवन सलाद या रायते के रूप में किया जा सकता है। खीरा के फायदे कई सारे हैं जैसे कि लो कैलोरी, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, हाइड्रेशन, वेट लॉस, लो ब्लड शुगर लेवल। जिन लोगों का पेट संवेदनशील होता है उन्हें खीरा का सेवन ध्यानपूर्वक करना चाहिए क्योंकि इसमें कुकुर्बिटासिन नाम की सामग्री पाई जाती है जो अपच जैसी दिक्कतें दे सकती है। एक मीडियम कच्ची खीरा में 30 कैलोरी, 0 ग्राम फैट, 6 ग्राम कार्ब्स, 3 ग्राम प्रोटीन, 2 ग्राम फाइबर, 10% विटामिन सी (आरडीआई), 57% विटामिन के (आरडीआई), 9% मैग्नीशियम (आरडीआई), 12% पोटैशियम (आरडीआई), 9% मैंगनीज (आरडीआई) पाया जाता है।
18. कैरी = keri
कैरी का नाम लेते ही मुंह में पानी आ जाता है। कैरी या कच्चा आम, अधिकतर लोगों की पसंद है। कच्ची कैरी का सेवन आमतौर पर लाल मिर्च पाउडर और नमक डालकर किया जाता है। आपको बता दें कि कच्ची कैरी के फायदे कई सारे हैं जैसे कि गर्मी सहन करने में मददगार, स्ट्रांग इम्यूनिटी, स्वस्थ पाचन शक्ति, सेहतमंद दिल, स्वस्थ दांत, सेहतमंद आंखें, त्वचा और बाल। अधिक मात्रा में कच्ची कैरी का सेवन करने से पेट से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं जैसे कि पेट में दर्द, अपच, दस्त, गले में खराश आदि।
19. शिमला मिर्च = Bell Pepper
शिमला मिर्च कई रंग में पाई जाती हैं जैसे कि हरी, पीली, लाल, नारंगी। इन सभी में से लाला शिमाल मिर्च में सबसे ज्यादा पौष्टिक है। हरी शिमला मिर्च के मुकाबले लाल शिमाल मिर्च में 11 गुना ज्यादा बीटा कैरोटीन और 1.5 गुना ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है। शिमला मिर्च विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं जो आंखों को सेहतमंद रखती है और कई गंभीर बीमारियों से बचाव करती हैं। शिमला मिर्च डाइट में बेहद आसानी से शामिल की जा सकती हैं जैसे कि रोजाना की दाल में शिमला मिर्च डालें, सोते शिमला मिर्च, शिमला मिर्च की सब्जी आदि।
20. हरी मिर्च = Green Chili
हरी मिर्च के बिना हिंदुस्तानी खाने में तड़के के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं। हरी मिर्च के फायदे कई सारे हैं जैसे कि इसमें कैलोरी की मात्रा कम है और मेटाबोल्जिम बढ़ाने में मदद करती है। विटामिन सी से भरपूर होने के कारण इम्यूनिटी स्ट्रांग बनाने में मदद करते है। कोलेस्ट्रॉल लेवल सामान्य बना रहता है जिससे दिल सेहतमंद बने रहने में मदद मिलती है। 100 ग्राम हरी मिर्च में 40 कैलोरी, 0.2 ग्राम फैट, 9 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 1.5 ग्राम डाइटरी फाइबर, 5 ग्राम शुगर, 2 ग्राम प्रोटीन आदि पाया जाता है।
21. गाजर = Carrot
गाजर के फायदे कई सारे हैं जिन्हें बहुत आसानी से डाइट में शामिल किए जा सकते हैं। गाजर एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं जो फ्री रेडिकल से बचाव करने में मदद करती हैं। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारी होने के आसार कम हो जाते हैं। इसके साथ ही गाजर में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जिससे कब्ज से राहत मिलती है और पेट स्वस्थ रहता है। 100 ग्राम गाजर में 41 कैलोरी, 0.2 ग्राम फैट, 10 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 2.8 ग्राम डाइटरी फाइबर, 4.7 ग्राम शुगर, 0.9 ग्राम प्रोटीन आदि पाया जाता है। गाजर से कई डिश बना सकते हैं जैसे कि गाजर की सब्जी, रायता, जूस, हलवा, मिठाई आदि।
22. तोरी/ तोरई = Ridged Gourd
तोरी/ तोरई दो तरह की होती हैं- एक मुलायम सतह वाली और दूसरी दरदरी सतह वाली। तोरी के फायदे कई सारे हैं जैसे कि लो कैलोरी, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, कंट्रोल ब्लड शुगर लेवल, सेहतमंद आंखें, कब्ज से राहत, वेट लॉस आदि। 100 ग्राम तोरी में 56 कैलोरी, 0.3 ग्राम फैट, 14 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 2.9 ग्राम डाइटरी फाइबर, 5 ग्राम शुगर, 0.7 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। तोरी का इस्तेमाल पकोड़ा, सांभर, चटनी और रायता बनाने के लिए किया जाता है।
23. अरबी = Colocasia Root
अरबी के फायदे फाइबर से भरपूर होते हैं। इसके अलावा अरबी के फायदे सामान्य ब्लड शुगर, सेहतमंद दिल, वेट लॉस, स्वस्थ आंत के लिए जाने जाते हैं। आपको बता दें कि 1 कप पकी हुई अरबी (132 ग्राम) में 187 कैलोरी, 6.7 ग्राम फाइबर, 30% मैंगनीज (डेली वैल्यू), 22% विटामिन बी6 (डीवी), 19% विटामिन ई (डीवी), 18% पोटैशियम (डीवी), 13% कॉपर (डीवी), 11% विटामिन सी (डीवी), 10% फॉस्फोरस (डीवी), 10% मैग्नीशियम (डीवी) है। अरबी से कई डिश बनाई जा सकती हैं जैसे कि सब्जी, चिप्स, अरबी पाउडर से चाय, बन, केक, सूप और स्ट्रू।
24. मशरूम = Mushroom
मशरूम छाते के आकार में होते हैं। इनमें पॉलीफेनोल्स नाम का कंपाउंड पाया जाता है जो बढ़ती उम्र में दिमाग में सेहत अच्छी बनाए रखने में लाभादयक साबित हो सकता है। एक अध्ययन में यह भी पाया गया है कि मशरूम खाने से डिप्रेशन होने के आसार भी कम हो सकते हैं। इसके लिए बटन मशरूम खाने की सलाह दी जाती है जिसमें पोटैशियम पाया जाता है। 100 ग्राम मशरूम में 22 कैलोरी, 0.3 ग्राम फैट, 3.3 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 1 ग्राम डाइटरी फाइबर, 2 ग्राम शुगर, 3.1 ग्राम प्रोटीन आदि पाया जाता है। मशरूम से कई डिश बनाई जा सकती हैं जैसे कि कढ़ाई मशरूम, मशरूम सूप, मशरूम बिरयानी, मशरूम मसाला, मेथी मशरूम, मटर मशरूम आदि।
25. लहसुन = Garlic
लहसुन के फायदे खाने के साथ- साथ औषधी के रूप में भी लिए जाते हैं। कई अध्ययन में ऐसा माना गया है कि लहसुन के फायदे खांसी-जुकाम में लाभदायक साबित हो सकते हैं। लहसुन में मौजूद एक्टिव कंपाउंड ब्लड प्रेशर कम करने में मदद कर सकते हैं। लहसुन का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल कम रहता है जिससे दिल की बीमारी होने के आसार कम हो सकते हैं। लहसुन के फायदे हड्डियां मजबूत करने में भी मदद कर सकते हैं। एक कच्चे लहसुन की कली में (3 ग्राम) 2% मैंगनीज (डेली वैल्यू), 2% विटामिन बी6 (डेली वैल्यू), 1% विटामिन सी (डेली वैल्यू), 1% सेलेनियन (डेली वैल्यू), 0.06 ग्राम फाइबर (डेली वैल्यू) पाया जाता है।
26. शलगम/ शलजम = Turnip
शलगम/ शलजम का सेवन कच्चा सलाद या अचार की तरह किया जा सकता है। इसकी जड़ और पत्तियों, दोनों का सेवन सुरक्षित रूप से किया जा सकता है। शलगम के फायदे कई सारे हैं जैसे कि कंट्रोल ब्लड शुगर लेवल, एंटी- इंफ्लामेट्री गुण, खतरनाक बैक्टीरिया से बचाव, सामान्य वजन, मजबूत हड्डियां, सुरक्षित लिवर आदि। 1 कप (130 ग्राम) शलगम में 36 कैलोरी, 8 ग्राम कार्ब्स, 2 ग्राम फाइबर, 1 ग्राम प्रोटीन, 30% विटामिन सी (डेली वैल्यू), 5% फोलेट (डीवी), 3% फास्फोरस (डीवी), 3% कैल्शियम (डीवी)।
27. पुदीना = Peppermint
पुदीना जितना खुशबूदार होता है उतने ही लाजवाब इसके फायदे होते हैं। पुदीने का उपयोग आमतौर पर खाने, बेवरेज, चाय, सॉस, सलाद, डेजर्ट, अल्कोहल में किया जाता है। पुदीने के फायदे कई सारे हैं जैसे कि सेहतमंद पेट, कब्ज से राहत, सेहतमंद दिमाग, जुकाम से राहत, मुंह की बदबू से बचाव।
28. परवल = Pointed Gourd
परवल पौष्टिक तत्व से भरपूर होती है जैसे कि विटामिन ए, बी1, बी2, सी। आयुर्वेद में परवल का उपयोग गैस से जुड़ी दिक्कतों के लिए किया जाता है। इसके साथ ही यह खून साफ करने में मदद करता है जिससे त्वचा भी स्वस्थ रहती है। मौसम में बदलाव आने के कारण होने वाले खांसी- जुकाम से बचाव करने में मदद करता है। फाइबर से भरपूर होने के कारण यह स्वस्थ डाइजेशन में मदद करता है। पाचन शक्ति की समस्या दूर करने के लिए परवल का सेवन दो- तीन महीने तक कर सकते हैं। लेकिन इसके बावजूद डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
29. ककोरा/ कंटोला = Pine Gourd
ककोरा/ कंटोला एक प्रकार की सब्जी है जिसका उपयोग खाने के साथ- साथ औषधी के रूप में भी किया जाता है। ककोरा के फायदे कई सारे हैं जैसे कि यह विटामिन एक से भरपूर है जो आंखों के लिए लाभदायक होता है। बुखार में ककोरा की पत्तियां फायदेमंद हो सकती हैं। लेकिन इसके बावजूद डॉक्टर से सलाह जरूर लें। डायबिटीज या गर्भावस्था में ककोरा का सेवन करने से पहले एक्सपर्ट से संपर्क जरूर करें।
30. कमल ककड़ी = Lotus cucumber
कमल ककड़ी या लोट्स रूट का उपयोग आमतौर पर एशियन व्यंजन में किया जाता है। इसका स्वाद और टैक्शर कच्चे आलू से मिलता- झुलता है और खाने में यह क्रंची और मीठी होती है। इसका उपयोग हर्बल दवाई और पाउडर के रूप में किया जाता है। कमल ककड़ी के फायदे कई सारे हैं जैसे कि यह पोटैशियम का अच्छा स्रोत है जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। इसका सेवन करने से कई प्रकार के इंफेक्शन से बचाव रहता है। इसमें विटामिन बी कॉम्प्लेक्स पाया जाता है जो सर दर्द, स्ट्रेस कम करने में मदद कर सकता है। यह त्वचा और बालों को स्वस्थ रखने में लाभदायक साबित हो सकता है। इसके साथ ही लोट्स रूट का सेवन करने से पाचन शक्ति स्वस्थ बनी रहती है।
31. कचरी/ काचरा = Mouse Melon
कचरी/ काचरा का सेवन आमतौर पर चटनी के रूप में किया जाता है। कचरी के फायदे कई सारे हैं जैसे कि यह विटामिन सी से भरपूर है जो हल्के जुकाम से राहत दिला सकती है। इसका सेवन करने से पेट साफ और स्वस्थ रहता है और कब्ज होने के आसार कम हो जाते हैं।
32. चकुंदर = Beetroot
कई अध्ययन के अनुसार चुकंदर को सुपरफूड माना गया है। इसका सेवन करने से ब्लड प्रेशर कम रहता है और खून का बहाव ज्यादा होता है। चुकंदर के फायदे कई सारे हैं जैसे कि डाइजेशन में सुधार लाना, डायबिटीज होने के आसार कम कर देना, सेहतमंद दिल आदि। आपको बता दें कि एक कप (136 ग्राम) उबले हुए चुकंदर में 60 कैलोरी से कम होती है वहीं ¾ कप (100 ग्राम) कच्चे चुकंदर में 43 कैलोरी, 88% पानी, 1.6 ग्राम प्रोटीन, 9.6 ग्राम कार्ब्स, 6.8 ग्राम शुगर, 2.8 ग्राम फाइबर, 0.2 ग्राम फैट पाया जाता है। चुकंदर से कई डिश बनाई जा सकती हैं जैसे कि चुकंदर का हलवा, पराठा, पूरी, भाजी, चावल, चटनी, जूस, सलाद, टिक्की, रायता आदि।
33. गवार फली = Cluster Beans
गवार की फली एक प्रकार की हरी फली होती है जिसे भारत में आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में उगाया जाता है। पूरी दुनिया का 80% गवार फली का प्रोडक्शन भारत में होता है। इसके फायदे कई सारे हैं जैसे कि जैसे कि पोषण से भरपूर, वेट लॉस, मजबूत हड्डियां, डायबिटीज में लाभदायक, सेहतमंद दिल आदि। 100 ग्राम गवार फली में 16 कैलोरी, 11 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 4 ग्राम प्रोटीन, 0.1 ग्राम कैल्शियम, 56% विटामिन सी, 75% आयरन पाया जाता है।
34. सेम की फलियां = Runner Beans
क्या आपको पता है हरी फलियों के 130 से ज्यादा प्रजातियां हैं। यह विटामिन ए, सी और के का अच्छा स्रोत हैं। फोलेट का सेवन सही मात्रा में करने से डिप्रेशन में मदद मिल सकती है। एक कप सेम की फली में 14.4 मिलीग्राम विटामिन के पाया जाता है जो 20% रोजाना की जरूरत, 4% कैल्शियम की जरूरत पूरा करता है। सेम की फलियों का सेवन सलाद में किया जा सकता है। आमतौर पर इसकी सब्जी बनाई जाती है।
35. हरी गोभी/ ब्रोकोली गोभी = Broccoli
सेहतमंद डाइट में ब्रोकली पॉपुलर सब्जी है। ब्रोकली के फायदे ज्यादा से ज्यादा लेने के लिए इसका सेवन उबालकर किया जाता है। ब्रोकली के फायदे कई सारे हैं जैसे कि लो कोलेस्ट्रॉल लेवल, विटामिन से भरपूर होने के कारण आंखें सेहतमंद रहती हैं, फाइबर से भरपूर होने के कारण स्वस्थ आंत, वेट लॉस में मदद मिलती है। 1 कप (91 ग्राम) कच्ची ब्रोकली में 31 कैलोरी, 89% पानी, 2.5 ग्राम प्रोटीन, 6 ग्राम कार्ब्स, 1.5 ग्राम शुगर, 2.4 ग्राम फाइबर और 0.4 ग्राम फैट पाया जाता है।
36. जिमीकंद = Elephant Foot Yam
जिमीकंद/ सूरन रूट वेजिटेबल है जो पोषण से भरपूर सब्जी है। जिमीकंद में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है जो खराब कोलेस्ट्रॉल लेवल कम रखने में मदद करता है। इसके साथ ब्लड प्रेशर सामान्य बनाए रखने में मदद करता है जिससे दिल की बीमारी होने के आसार कम हो जाते हैं। इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 51 है जो डायबिटीज में आदर्श बन सकता है लेकिन डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इसके अन्य फायदे में स्वस्थ लिवर, स्ट्रांग इम्यूनिटी, होर्मोन बैलेंस भी शामिल हैं।
37. सेंगरी/ सोंगरी की फली = Radish Pods
सेंगरी/ सोंगरी की फली फोलिक एसिड, एस्कॉर्बिक एसिड और पोटैशियम से भरपूर होती है। यह विटामिन बी6, कॉपर, मैग्नीशियम, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन का अच्छा स्रोत है। एक कप कटी हुई सेंगरी खांसी, गैस और पेट से जुड़ी परेशानियों के लिए लाभदायक हो सकती है। इसके अलावा सेंगरी के फायदे कई सारे हैं जैसे कि लो ब्लड प्रेशर, मजबूत हड्डियां, सेहतमंद लिवर, स्वस्थ डाइजेशन आदि।
38. बाकले की फली = Fava Beans/ Broad Bean
बाकले की फली विटामिन, मिनरल, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होती है। यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है जो इम्यूनिटी स्ट्रांग बनाने में मदद करते हैं। मैंगनीज और कॉपर से भरपूर होने के कारण यह हड्डियां मजबूत बनाने में मदद करते हैं। मैग्नीशियम और पोटैशियम से भरपूर होने से हाई ब्लड प्रेशर से बचाव रहता है जिससे दिल के स्वास्थ्य में मदद मिलती है। एक कप (170 ग्राम) पकी हुई बाकले की फली में 187 कैलोरी, 33 ग्राम कार्ब्स, 1 ग्राम से कम फैट, 13 ग्राम प्रोटीन, 9 ग्राम फाइबर, 40% फोलेट डेली वैल्यू, 36% मैंगनीज (डीवी), 22% कॉप (डीवी), 21% फास्फोरस (डीवी), 18% मैग्निशियम (डीवी), 14% आयरन (डीवी), 13% पोटैशियम (डीवी), 11% विटामिन बी1 और ज़िंक (डीवी)।
39. करी पत्ते = Curry Leaves
सिंपल डिश में करी पत्ता डालने से डिश फ्लेवर से भरपूर बन जाती है। इस खुशबूदार पत्ते के फायदे कई सारे हैं जैसे कि सामान्य कोलेस्ट्रॉल, वेट लॉस, कब्ज से राहत, मिलती में आराम, इंफेक्शन से बचाव, डायबिटीज, स्वस्थ आंखें, स्ट्रेस से राहत, मजबूत बाल आदि। करी पत्ते का उपयोग डिश में सोते कर शामिल कर सकते हैं, बाकी मसालों के साथ शामिल कर तड़का लगा सकते हैं, चटनी और सॉस में मिलाएं आदि।
40. मेथी = Fenugreek Leaves
मेथी का उपयोग कई रूप में किया जाता है जैसे कि बीज, पत्तियां, जड़, मसाला, फ्लेवर के लिए आदि। मेथी के पत्तियों के फायदे कई सारे हैं जैसे कि डायबिटीज में लाभदायक, सामान्य कोलेस्ट्रॉल, सेहतमंद दिल, इंफेक्शन से बचाव, सामान्य ब्लड प्रेशर, सूजन, मासंपेशियों के दर्द, सर दर्द, छालों में आराम आदि। मेथी का उपयोग कई समय से विभिन्न कार्यों में किया जा रहा है जैसे कि ब्यूटी प्रोडक्ट, गरम मसाला, चाय, मेपल सिरप आदि। अधिक मात्रा में मेथी का सेवन करने से दस्त, पेट में दर्द, सर दर्द, चक्कर आना जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
41. बथुआ = Wild Spinach
बथुआ का सेवन सर्दियों में साग के तौर पर किया जाता है। यह पोषण से भरपूर हरी पत्तेदार सब्जी है। इसमें विटामिन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, अमीनो एसिड पाए जाते हैं। बथुआ के फायदे कई सारे हैं जैसे कि बथुआ का जूस पीने से कब्ज, गैस से राहत मिल सकती है। इसके साथ ही त्वचा साफ रहती है। बथुआ के अन्य फायदे हैं जैसे कि सेहतमंद दिल, स्वस्थ दांत, पथरी में लाभदायक, स्वस्थ आंखें आदि। हल्का खांसी- जुकाम होने पर बथुआ के फायदे लाभदायक साबित हो सकते हैं।
42. ककड़ी = Cucumis Utilissimus
गर्मियों की डाइट में ककड़ी शामिल करना बिल्कुल ना भूलें। सलाद में ककड़ी शामिल करने से कई पौष्टिक तत्व मिलते हैं जैसे कि विटामिन ए, सी, के, पोटैशियम, ल्यूटीन, फाइबर। ककड़ी खाने के फायदे कई सारे हैं जैसे कि वेट लॉस में लाभदायक, सेहतमंद त्वचा, मजबूत हड्डियां, स्वस्थ किडनी, सामान्य कोलेस्ट्रॉल, सामान्य ब्लड प्रेशर आदि।
43. हरी चोलाई = Amaranth Leaves
हरी सब्जियों में से हरी चोलाई ऐसी पत्तेदार सब्जी है जो अपने साथ कई महत्वपूर्ण पौष्टिक तत्व लेकर आती है। इसका सेवन आमतौर पर सर्दियों में साग में किया जाता है। यह जरूरी विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होती है जो कई फायदे देती है। हरी चोलाई जरूरी फाइटोन्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है जो शरीर में सूजन कम करने में मदद करती है। 100 ग्राम हरी चोलाई में सिर्फ 23 कैलोरी होती है जो वेट लॉस के लिए फायदेमंद है। हरी सब्जियां विटामिन सी से भरपूर होती है और 100 ग्राम हरी चोलाई का सेवन करने से विटामिन सी की पूरे दिन की 70% की जरूरत पूरी होती है। अमरनाथ ग्लूटेन फ्री होता है जिस वजह से इसका उपयोग अनाज के तौर पर भी किया जाता है। इन्हें आसानी से डाइजेस्ट हो जाती हैं जिससे पाचन शक्ति स्वस्थ बनी रहती है।
44. सहजन की फली/ मोरिंगा = Drumstick
भारत में विभिन्न प्रकार की सब्जियों का इस्तेमाल किया जाता है। इन्हीं में से सहजन की फली/ मोरिंग फ्लेवर से भरपूर सब्जी है जिसका उपयोग आमतौर पर सांभर में किया जाता है और मोरिंगा की सब्जी भी बनाई जाती है। 100 ग्राम सहजन में 8.28 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 2.0 ग्राम डाइटरी फाइबर, 1.40 ग्राम फैट, 9.40 ग्राम प्रोटीन और 375 कैलोरी होती है। सहजन विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो इम्यूनिटी स्ट्रांग बनाए रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा मोरिंगा के फायदे मजबूत हड्डियां, स्वस्थ पाचन शक्ति, सामान्य ब्लड प्रेशर, कंट्रोल डायबिटीज, स्वस्थ किडनी और लिवर, सेहतमंद त्वचा के लिए जाने जाते हैं।
45. करोंदा = Natal Plum
करोंदा का उपयोग कई स्वादिष्ट डिश बनाने के लिए किया जाता है जैसे कि सब्जी, चटनी, मुरब्बा, अचार आदि। इसका उपयोग खाने के साथ- साथ औषधी के रूप में भी किया जाता है। करोंदा के फायदे कई सारे हैं जैसे कि दांत के दर्द से राहत, सूखी खांसी से राहत, दस्त में लाभदायक, गैस, पेट दर्द में मददगार साबित हो सकता है।
46. सुरती पापडी = Hyacinth Beans
सुरती पापडी एक प्रकार बीन्स है। इसके बीज, पत्तियां, फूस और जड़ का सेवन किया जा सकता है। इसके बीज का उपयोग दवाई के रूप में किया जा सकता है। अभी इन विषय पर अध्ययन जारी है कि सुरती पापडी का इस्तेमाल दस्त, पेट से जुड़ी परेशानियां आदि में किया जा सकता है।
47. पात्रा = Colocasia Leaves
पात्रा का उपयोग खाने में किया जाता है। यह दिल की आकार की पत्तियां होती हैं। पकने के बाद इनका स्वाद पालक जैसा होता है। 100 ग्राम कच्चे पात्रा में 42 कैलोरी होती है। इसके अलावा इसमें 4.98 ग्राम प्रोटीन, 6.07 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 3.7 ग्राम डाइटरी फाइबर, 3.01 ग्राम शुगर, 107 एमजी कैल्शियम, 2.25 एमजी आयरन, 45 एमजी मैग्नीशियम, 60 एमजी फास्फोरस, 648 एमजी पोटैशियम, 3 एमजी सोडियम, 0.41 एमजी ज़िंक, 52.0 एमजी विटामिन सी, 0.209 एमजी थायमिन, 0.456 एमजी राइबोफ्लेविन, 1.513 एमजी नियासिन, 0.146 एमजी विटामिन बी6 पाया जाता है।
48. कुंदरू = Tendli/ Ivy Gourd
कुंदरू उन हरी सब्जियों में से एक है जो पौष्टिक तत्व से भरपूर है। कुछ हद तक यह देखने में परवल की तरह लगता है। 100 ग्राम कुंदरू में 3.1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 1.4 मिलीग्राम आयरन, 40 मिलीग्राम कैल्शियम, 0.07 मिलीग्राम विटामिन बी1 और बी2, 1.6 मिलीग्राम डाइटरी फाइबर मिलता है। कुंदरू के फायदे कई सारे हैं जैसे कि सामान्य ब्लड शुगर लेवल, सेहतमंद दिल और किडनी, वेट लॉस। अधिक मात्रा में कुंदरू का सेवन करने से उल्टी, मितली जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
49. चने का साग = Chane ka Saag
चने के साग का सेवन खासतौर पर सर्दियों में किया जाता है। स्वादिष्ट होने के साथ- साथ चने के साग के फायदे कई सारे हैं जैसे कि कब्ज से राहत, स्ट्रांग इम्यूनिटी, स्वस्थ आंखें, डायबिटीज में लाभदायक, वेट लॉस, सेहतमंद त्वचा. स्वस्थ दिमाग आदि। यह कई महत्वपूर्ण पौष्टिक तत्व से भरपूर है जैसे कि प्रोटीन, विटामिन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, कैल्शियम।
50. सफेद बैंगन = White Eggplant
सफेद बैंगन का इस्तेमाल आमतौर पर सोते, पैन- फ्राई, डीप फ्राई, ग्रिल और बेकिंग के लिए किया जाता है। बैंगनी बैंगन के मुकाबले सफेद बैंगन का छिलका सख्त होता है जिस वजह से इसे निकालना बेहतर रहता है। पकाने के बाद इनका फ्लेवर क्रीमी और हल्का मीठा होता है। इनमें पोटैशियम, बी विटामिन, मैग्नीशियम और कॉपर पाया जाता है।
51. कच्चा पपीता = Raw Papaya
कच्चे पपीते को सुपरफूड कहा जाता है। इसका उपयोग खाने के साथ- साथ कई ब्यूटी प्रोडक्ट में भी किया जाता है। कच्चा पपीता फाइबर से भरपूर होता है जिसका सेवन करने से शरीर से टॉक्सिन निकालने में मदद मिलती है। कच्चे पपीते का जूस पीने से स्वस्थ डाइजेशन में मदद मिलती है। कब्ज होने पर इसका सेवन कर सकते हैं। कच्चे पपीते के फायदे कई सारे हैं जैसे कि सेहतमंद दिल, आयरन का अब्जॉर्बशन, फ्री रेडिकल के खतरे बचाव, स्ट्रांग इम्यूनिटी, सूजन और इंफेक्शन से बचाव आदि।
52. महुआ = Mahua
महुआ के फायदे औषधीय गुणों के लिए जाने जाते हैं। इसके अलावा इसके फायदे गठिया में आराम, कंट्रोल डायबिटीज, सेहतमंद त्वचा, दांत में दर्द में आराम देते हैं। 100 ग्राम महुआ में 16.9% प्रोटीन, 22% कार्बोहाइड्रेट, 3.2% फाइबर पाया जाता है।
आखिर में
इस आर्टिकल से आपको लगभग सब्जियों के नाम हिंदी में (sabjiyon ke naam hindi mein) और सब्जियों के नाम इंग्लिश में (sabjiyon ke naam english mein) के बारे में जानकारी प्राप्त हो गई होगी।
इसके साथ ही सब्जियों के फायदे, पौष्टिक तत्व और उपयोग की जानकारी भी यहां से जान सकते हैं।
इस आर्टिकल में ऐसी कोई सब्जी है जिसका नाम आपने पहली बार सुना है?
FAQs
हिंदी में सब्जियों के नाम और सब्जियों के नाम इंग्लिश में से जुड़े जरूर सवालों के जवाब यहां से प्राप्त कर सकते हैं।
सब्जी डाइट का बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा है। बचपन से ही सही मात्रा में सब्जियों का सेवन करना चाहिए। बच्चों को खासतौर पर हरी और पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए जिससे स्वास्थ्य बना रहे।
सब्जियों के प्रकार – हरी सब्जियां, फूली वाली सब्जियां, जड़ वाली सब्जियां, बीज वाली सब्जियां, पानी वाली सब्जियां।
फूलगोभी (Cauliflower), मूली (Radish), पत्ता गोभी/ बंद गोभी (Cabbage), टमाटर (Tomato), प्याज (Onion), कद्दू (Pumpkin), अदरक (Ginger), भिंडी (Lady Finger/Okra), लौकी (Bottle Gourd), करेला (Bitter Melon / Bitter Gourd)।
हरी सब्जियां बेहद सेहतमंद होती हैं जैसे कि पालक, ब्रोकली, केल, हरी मटर, बीन्स आदि।
एक दिन में 1 कप से 2 कप तक हरी सब्जियां रोजाना खा सकते हैं। हरी सब्जियों के फायदे लेने के लिए इनका सेवन सही मात्रा में ही करें।