क्विनोआ या चावल- इनमें अंतर क्या है और कैसे इस्तेमाल करें (Quinoa Vs Rice: Differences And How To Use)
इस आर्टिकल से आप क्विनोआ और चावल के बीच में अंतर पता लगा सकते हैं। साथ ही अपनी डाइट में क्विनोआ को शामिल करने के तरीकों के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
विषय सूची
क्विनोआ या चावल- क्विनोआ क्या है?
क्विनोआ ग्लूटेन फ्री अनाज है जो हाल ही के कुछ सालो में पॉपुलर हुआ है। जिनको क्विनोआ के बारे में नहीं पता है उन लोगों को बता दें कि क्विनोआ सीरियल्स की तरह है जिसको सीरियल्स की तरह खा सकते हैं। पहले लोगों को क्विनोआ के फायदे के बारे में नहीं पता था लेकिन अब इसको पॉपुलर हेल्द फूड माना जाता है। इसमें ग्लूटेन नहीं होता है इसलिए यह चावल की जगह एक अच्छा ऑप्शन है। इसमें भारी मात्रा में आयरन, फाइबर और 9 अहम अमीनो एसिड हैं जिसके कारण यह एक पूरा प्रोटीन है। इसमें विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं।
क्विनोआ को सेहतमंद ब्रेकफास्ट की तरह खा सकते हैं। इसमें (Quercetin and Kaempferol) नाम के पौधे के गुण होते हैं जो बहुत सेहतमंद होने के साथ- साथ जलन में भी आराम देते हैं। जिनको ग्लूटेन की दिक्कत है उन लोगों के लिए यह बहुत अच्छा है। यह शुगर लेवल को सामान्य बनाए रखता है लेकिन इसमें कार्बोहाइड्रेट भारी मात्रा में पाया जाता है। अगर आप लो- कार्बोहाइड्रेट डाइट फोलो कर रहे हैं तो क्विनोआ का सेवन न करें। यह वजन कम करने में आपकी मदद करता है क्योंकि यह पेट को लंबे समय के लिए भरा रखता है और शरीर के मेटाबोलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है।
कच्चे क्विनोआ का पोषण त्तव
पानी | 13% |
कार्बोहाइड्रेट | 64% |
प्रोटीन | 14% |
फैट | 6% |
पके क्विनोआ का पोषण त्तव
पानी | 72% |
कार्बोहाइड्रेट | 21% |
प्रोटीन | 4% |
फैट | 2% |
स्रोत- https://ndb.nal.usda.gov/ndb/foods/
क्विनोआ या चावल- चावल क्या है?
चावल को सिर्फ भारत में ही नहीं पूरे देश में खाया जाता है। चावल खाने से शरीर में पोषण और कैलोरी की मात्रा सामान्य बनी रहती है। भारत में चावल को साल भर उगाया जाता है और इसकी क्वालिटी और स्वाद जगह के अनुसार अलग होती है। चावल को आकार, लंबाई, बनावट, खुशबू और रंग के आधार पर अलग किया जा सकता है। चावल कई रंगों में पाए जाते हैं जैसे कि-
1. पोलिश चावल
यह चावल सफेद रंग के होते हैं। इसका बाहर का लेयर निकाला जाता है।
2. काले चावल
इन चावल का रंग काला होता है और इनका स्वाद नटी होता है। पकाने पर यह चिपचिपे हो जाते हैं और अधिकतर चाइनीज और थाई खाने में इस्तेमाल किए जाते हैं।
3. ब्राउन राइस
ब्राउन राइस का बाहर का लेयर अपने आप निकल जाता है लेकिन ब्रान और जर्म लेयर अभी भी रहता है। ब्राउन राइस में भारी मात्रा में विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। ब्राउन राइस में एक ही कमी है कि यह सफेद चावल के मुकाबले पकने में काफी समय लेते हैं।
4. वाइल्ड राइस
वाइल्ड राइस में फ्लेवर के साथ- साथ प्रोटीन की भी भारी मात्रा होती है। कभी- कभी इसको सफेद चावल में मिक्स कर अलग स्वाद और फ्लेवर के लिए पकाया जाता है।
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क्विनोआ या चावल- क्विनोआ और चावल में अंतर
लोगों को लगता है कि क्विनोआ और चावल में कोई अंतर नहीं है। लेकिन यह गलत है क्योंकि दोनों में काफी अंतर होता है। इनके पोषण त्तव और इस्तेमाल करने के तरीके बिल्कुल अलग है।
यहां से आप दोनों के बीच में अंतर की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं-
1. क्विनोआ या सफेद चावल
हमारे शरीर को सही मात्रा में कार्बोहाइड्रेट देने में चावल मदद करता है। साथ ही यह शुगर लेवल को भी हाई करता है। क्विनोआ के मुकाबले चावल में पोषण के त्तव कम होते हैं। वहीं क्विनोआ, चावल की तरह दिखता है और साथ इसकी चावल की तरह बनावट भी होती है लेकिन इसका स्वाद और पोषण के त्तव चावल से बिल्कुल अलग होते हैं। क्विनोआ में कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है और फाइबर और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है जो शरीर के लिए अच्छा है। क्विनोआ और चावल की एक जैसी मात्रा को सामने रखने के बाद हम यह कह सकते हैं कि क्विनोआ में चावल के मुकाबले दो गुना ज्यादा प्रोटीन होता है और 5 ग्राम फाइबर भी होता है। वहीं चावल में क्विनोआ के मुकाबले 40% ज्यादा कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट होता है।
चावल खाने से शुगर लेवल ज्यादा हो जाता है वहीं क्विनोआ शुगर लेवल को सामान्य बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है जिससे यह डायबटीज वाले लोगों के लिए अच्छा ऑप्शन है।
क्विनोआ और चावल, दोनों ही ग्लूटेन फ्री होते हैं। दोनों का सेवन वो लोग कर सकते हैं जिनको ग्लूटेन से एलर्जी है या फिर ग्लूटेन फ्री डाइट फोलो कर रहे हैं।
2. क्विनोआ और ब्राउन/ राइस
अगर ब्राउन राइस और सफेद चावल की बात की जाए तो ब्राउन राइस ज्यादा सेहतमंद होती है। ब्राउन राइस में हाई फाइबर होने के कारण यह ब्लेड प्रेशर को सामान्य बनाएं रखने में मदद करता है। ब्राउन राइस में मैंगनीज, फास्फोरस, और मैग्नीशियम जैसे पोषण त्तव पाए जाते हैं।
क्विनोआ या चावल- 9 तरीकों से क्विनोआ को इस्तेमाल करें
1. डेजर्ट
अगर आप डाइट फोलो कर रहे हैं लेकिन आपको कुछ मीठा खाने का मन कर रहा है तो आप क्विनोआ से बने केक, चॉकलेट, मफिन आदि खा सकते हैं। इन चीजों को बनाने के लिए आप मैदा की जगह क्विनोआ का आटा इस्तेमाल कर सकते हैं।
2. सलाद
अगर आप अपने रेगुलर सलाद में खीरा और टमाटर को देखकर बोर हो गए हैं तो आप क्विनोआ को पका कर सलाद में मिलाकर अलग स्वाद और फ्लेवर ला सकते हैं।
3. भरे हुए बेल पैपर
बेल पैपर को खाने के लिए कई तरीके नहीं हैं। लेकिन क्विनोआ आपकी डाइट में शामिल है तो आप बेल पैपर में एवोकैडो, वेजी, मसाले, क्विनोआ और पसंदीदा सोस के साथ खा सकते हैं।
4. खिचडी
ब्रेकफास्ट में आप क्विनोआ की खिचडी बना सकते हैं। आपको बस क्विनोआ को अपने हिसाब से पकाना है और उसमें अपने फेवरेट फ्रूट और नट्स डालें और आपका सेहतमंद ब्रेकफास्ट तैयार है।
5. सूप
आप अपने सूप में क्विनोआ को मिला सकते हैं जिससे उसमें अलग फ्लेवर आ जाएगा। यह प्रोटीन की मात्रा को भी बढ़ा देता है।
6. बर्गर
बाहर का खराब बर्गर खाने से अच्छा है आप घर में ही बर्गर बना लें। और इससे भी ज्यादा अच्छा होगा कि आप बर्गर को क्विनोआ से बनी टिक्की, सब्जी के साथ खाए जो स्वादिष्ट और सेहतमंद दोनों है।
7. बुद्ध बाऊल
बुद्ध बाऊल भुनी हुई सब्जियों से बना होता है। इसी में आप क्विनोआ को डालकर इसका स्वाद अच्छा बना सकते हैं।
8. टाको
जिन लोगों को अपनी डाइट से मीट को हटाना है उन लोगों के लिए क्विनोआ एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। टाको में फिलिंग की तरह इस्तेमाल करने के लिए आप क्विनोआ के साथ मसाले, हर्ब और दूसरी सब्जियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह सबसे सेहतमंद टाको होगा जो आपने कभी खाया होगा।
9. स्मूदी
अगर आपको अपनी स्मूदी को भी सेहतमंद बनाना है तो आप इसमें क्विनोआ मिला सकते हैं। इससे स्मूदी में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा हो जाएगी।
आखिर में
सफेद चावल के मुकाबले क्विनोआ सेहतमंद है। वहीं ब्राउन राइस और क्विनोआ एक जैसे सेहतमंद हैं। अगर आप अपनी डाइट में कुछ सेहतमंद शामिल करना चाहते हैं तो क्विनोआ एक अच्छा ऑप्शन है। क्विनोआ में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स होते हैं और यह चावल से बिल्कुल अलग होता है।