ज्वार के आटे के फायदे, उपयोग और नुकसान – फाइबर से भरपूर
ज्वार के आटा के फायदे डाइट में आसानी से शामिल किए जा सकते हैं। ज्वार के आटे के फायदे सेहतमंद दिल से लेकर स्वस्थ त्वचा तक जुड़े हुए हैं। ज्वार के आटे के फायदे से जुड़ी सारी जानकारी यहां से प्राप्त कर सकते हैं।
सर्दियों की सबसे अच्छी बात यह होती है कि इस मौसम में सेहतमंद, स्वादिष्ट और दिलचस्प खाने की चीजें मिलती हैं और इन्हीं में से एक है ज्वार। भारत में ज्वार का सेवन आमतौर पर सर्दियों में किया जाता है। ज्वार के आटे की रोटियां भारत में बहुत पॉपुलर हैं। और आजकल लोग सेहत का खास ध्यान रखने लगे हैं तो ज्वार के आटा के फायदे लेना नहीं भूलते हैं।
आपको बता दें कि ज्वार के लाभ कई सारे हैं जैसे कि फाइबर से भरपूर, सामान्य ब्लड शुगर लेवल, प्रोटीन से भरपूर, हड्डियों के लिए लाभदायक आदि। इस आर्टिकल से आप ज्वार के आटा के फायदे (jowar in hindi) के साथ- साथ ज्वार का उपयोग कैसे करें और ज्वार के नुकसान क्या हैं से जुड़ी जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।
लेकिन उससे पहले आइए ज्वार क्या है के बारे में जानते हैं। इसके साथ ही आप ज्वार से बनने वाली डिश और ज्वार के फायदे (jowar benefits) से जुड़ी जानकारी भी ले सकते हैं।
विषय सूची
ज्वार क्या है?
ज्वार बाजरे के परिवार से है और इन दोनों का सेवन सर्दियों में किया जाता है। ज्वार का उपयोग बहुत समय से किया जा रहा है और आजकल लोग ज्वार के आटा के फायदे ले रहे हैं क्योंकि यह रिफाइंड आटे के मुकाबले बहुत पौष्टिक है। ज्वार के लाभ सबसे ज्यादा ग्लूटेन फ्री अनाज के तौर पर लिए जाते हैं क्योंकि इसका सेवन वो लोग कर सकते हैं जो अनाज जैसे कि गेहूं नहीं खा सकते हैं। इसके साथ ही ज्वार के आटा के फायदे प्रोटीन, आयरन, फाइबर आदि से जुड़े हुए हैं।
ज्वार की तासीर (jowar ki taseer) कैसी होती है? ज्वार की तासीर (jowar ki taseer) ठंडी होती है जिस वजह से इसे आसानी से डाइट में शामिल किया जा सकता है। भारत में ज्वार को कई अलग- अलग नाम से जाना जाता है जैसे कि अंग्रेज़ी में सोरघम, तामिल में चोलं, संस्कृत में जूर्ण, कनड़ में जोला, बंगाली में जुयारा, पंजाबी में जुनरी आदि। इससे यह देखा जा सकता है कि ज्वार के लाभ देश के हर एक कोने में प्रसिद्ध हैं। इसलिए ज्वार के फायदे (jowar benefits) के बारे में जानना जरूरी हो जाता है।
ज्वार के आटा के फायदे
अगर आप अपनी डाइट में ज्वार के आटा के फायदे शामिल करना चाहते हैं तो उससे पहले ज्वार के आटा के फायदे से जुड़ी जानकारी प्राप्त करनी बेहद जरुरी है। ज्वार के लाभ शरीर के अधिकतर अंग से जुड़े हुए हैं जिससे कहा जा सकता है कि ज्वार बहुत लाभदायक है। ज्वार के आटा के फायदे से जुड़ी विस्तार से जानकारी नीचे से प्राप्त कर सकते हैं।
1. स्वस्थ डाइजेशन
ज्वार के लाभ खासतौर पर पाचन शक्ति स्वस्थ रखने के लिए जाने जाते हैं। ज्वार का सेवन सही मात्रा में करने से पाचन शक्ति स्वस्थ तरीके से काम करती है। इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है और सेहतमंद पाचन शक्ति के लिए फाइबर का सेवन करना जरूरी है। अगर आपको पाचन शक्ति से जुड़ी अकसर दिक्कत रहती है तो एक्सपर्ट की सलाह के बाद ज्वार डाइट में शामिल कर सकते हैं।
2. फाइबर
जैसा कि आपको इससे पहले भी बताया गया है कि फाइबर का सेवन करने से स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। आपको बता दें कि एक सर्विंग ज्वार में लगभग 12 ग्राम फाइबर होता है जो दिनभर की फाइबर की खपत को पूरा करने में कई हद तक मदद कर सकता है। फाइबर का सेवन करने से कई दिक्कतों से राहत मिलने में मदद मिल सकती है जैसे कि कब्ज, मोटापा, दिल से जुड़ी बीमारी आदि।
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3. स्वस्थ पेट
ज्वार के लाभ खासतौर पर पाचन शक्ति स्वस्थ रखने के लिए जाने जाते हैं। ज्वार का सेवन सही मात्रा में करने से पाचन शक्ति स्वस्थ तरीके से काम करती है। ज्वार में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है और सेहतमंद पाचन शक्ति के लिए फाइबर का सेवन करना जरुरी है। अगर आपको पाचन शक्ति से जुड़ी अकसर दिक्कत रहती है और ज्वार को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
4. फाइबर
जैसा कि आपको इससे पहले बताया है कि गया है फाइबर का सेवन करने से स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। आपको बता दें कि एक सर्विंग ज्वार में लगभग 12 ग्राम फाइबर होता है जो दिनभर की फाइबर की खपत को पूरा करने में कई हद तक मदद कर सकता है। फाइबर का सेवन करने से कई दिक्कतों से राहत मिलने में मदद मिल सकती है जैसे कि कब्ज, मोटापा, दिल से जुड़ी बीमारी आदि।
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5. सेहतमंद दिल
जब दिल की सेहत की बात होती है तो सबसे पहले कोलेस्ट्रॉल लेवल का ज़िक्र जरुर होता है। दिल को सेहतमंद बनाए रखने के लिए कोलेस्ट्रॉल लेवल का सामान्य रहना बेहद जरुरी है। यहां पर ज्वार के आटा के फायदे दिल को सेहतमंद बनाए रखने में लाभदायक साबित हो सकते हैं। ज्वार के आटा के फायदे खून को जमा नहीं होने देते हैं जिससे शरीर में खून का बहाव अच्छे से होता है और दिल को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होती है। ज्वार के लाभ खराब कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम और अच्छे कोलेस्ट्रॉल का लेवल ज्यादा बनाए रखने में मदद करता है।
6. वेट लॉस
जैसा कि आपको शुरुआत में बताया है कि ज्वार के आटा के फायदे फाइबर से भरपूर होते हैं जो वेट लॉस में भी लाभदायक हो सकते हैं। वेट लॉस डाइट में हाई फाइबर का सेवन करना चाहिए जिससे लंबे समय के लिए पेट भरा रहे और बार- बार खाना ना खाएं। फाइबर को पचने में ज्यादा समय और मेहनत लगती है जिससे मेटाबोलिज्म बढ़ता है और वजन कम करने में मदद मिलती है। इसलिए अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो ज्वार के अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
7. ग्लूटेन फ्री
जो लोग अनाज जैसे कि गेहूं नहीं खा सकते हैं उन लोगों के लिए ज्वार के अच्छा ऑप्शन है। आसान शब्दों में कहा जाए तो ज्वार एक ग्लूटेन फ्री अनाज है जिसे अनाज ना खाने वालो के लिए जाना जाता है। ग्लूटेन फ्री अनाज खाने वाले लोग अगर गेहूं आदि खा ले तो कई दिक्कतें हो सकती हैं जैसे कि पेट में दर्द, जकड़न, पाचन शक्ति में दिक्कतें आदि। इसलिए ज्वार एक अच्छा ऑप्शन बन जाता है।
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8. सामान्य ब्लड शुगर लेवल
ज्वार के आटा के फायदे सामान्य ब्लड शुगर लेवल बनाए रखने के लिए भी जाने जाते हैं। डायबिटीज से गुजर रहे लोग ज्वार को अपनी डाइट में डॉक्टर की सलाह के बाद शामिल कर सकते हैं। ज्वार के लाभ ब्लड शुगर लेवल बढ़ने नहीं देता है जिससे डायबिटीज में इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद कर सकते हैं।
9. मजबूत हड्डियां
शरीर में सही मात्रा में मैग्नीशियम होने से कैल्शियम का लेवल सामान्य बनाए रहने में मदद मिलती है। ऐसा होने से हड्डियों को मजबूत रहने में मदद मिलती है। इसलिए ज्वार के आटा के फायदे हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए भी कहा जा सकता है।
10. स्वस्थ आंखें
ज्वार के लाभ आंखों को भी स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। सही मात्रा में ज्वार का सेवन करने आंखों की रोशनी लंबे समय के लिए अच्छी बनी रहती है।
11. मजबूत दांत
ज्वार के आटा के फायदे दांतों के लिए भी जाने जाते हैं। आमतौर पर गांव में ज्वार के बीजों को पीसकर दांतों पर लगाने से दांत में दर्द, मसूड़ों में दर्द में आराम मिल सकता है।
12. मुहांसे
ज्वार के लाभ त्वचा के लिए भी उपयोग किए जा सकते हैं। ज्वार के बीज को पीस लें और थोड़ा पानी मिक्स करें और त्वचा पर लगा लें। ऐसा करने से मुहांसे कम होने में मदद मिल सकती है।
ज्वार के आटे के अन्य फायदे
आजकल लोग सेहत के प्रति बहुत सतर्क हो गए हैं जिस कारण से खान- पान में बदलाव आने लगे हैं। अब लोग होल वीट आटा या रिफाइंड आटा को छोड़कर ज्वार के आटे की तरफ रुख कर रहे हैं। आपको बता दें कि ज्वार के आटे के कई फायदे हैं जिन्हें डाइट में आसानी से शामिल किया जा सकता है।
- ज्वार के आटे की रोटी को डाइट में शामिल करना बेहद आसान होता है। सिर्फ गेहूं की रोटी की जगह ज्वार की रोटी का सेवन शुरु कर सकते हैं।
- आसानी से पच जाती है और साथ ही पेट से जुड़ी परेशानियों को दूर रखने में मदद करती है क्योंकि ज्वार फाइबर से भरपूर होता है।
- ज्वार में मैग्नीशियम, कॉपर, कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन आदि पाए जाते हैं जो इम्यूनिटी स्ट्रोंग बनाए रखने में मदद करते हैं। इम्यूनिटी स्ट्रोंग रहने से फ्री रेडिकल का खतरा कम रहता है जो बीमारी पैदा करने के मुख्या कारण है।
- यह ग्लूटेन फ्री होता है जिससे आसानी से खा सकते हैं।
- ज्वार का आटा (jowar flour in hindi) डाइट में शामिल करने से ब्लड शुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल भी सामान्य बना रहता है।
- ज्वार की रोटी खाने से वेट लॉस में मदद मिल सकती है।
ज्वार के आटे का उपयोग
ज्वार के आटा के फायदे जानने के बाद जरुरी है कि आप इसके उपयोग के बारे में भी जानें। ज्वार के आटा के फायदे लेने के लिए इसका उपयोग सही तरीके से करना जरुरी है। ज्वार का उपयोग कई आसान तरीके से कर सकते हैं और फायदे ले सकते हैं। ज्वार के नुकसान से जुड़ी जानकारी नीचे से प्राप्त कर सकते हैं।
1. ज्वार की रोटी
ज्वार की रोटी खाने के फायदे (jowar ki roti khane ke fayde) डाइट में बेहद आसानी से साथ शामिल किए जा सकते हैं। ज्वार की रोटी बनाने के लिए सबसे पहले ज्वार का आटा (jowar aata) लें और गर्म पानी से आटा लगा लें। ज्वार की रोटी बनाने के लिए चकला – बेलन की जरुरत नहीं। आप हाथ से ही रोटी बना सकते हैं। अब तवे पर रोटी डालें, सेकें और ज्वार की रोटी तैयार है। ज्वार रोटी के फायदे (jowar roti benefits) और नुकसान के बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद ही इसे डाइट में शामिल करें।
2. ज्वार का डोसा
ज्वार का आटा (jowar flour in hindi) लें और उसमें नमक, अजवाइन, कटा हुआ प्याद, हरी मिल्च, धनिया, जीरा और पानी डालें और अच्छे से मिक्स करें। अब गर्म तवे पर तेल डालें और गर्म होने के बाद डोसा को घोल डालें। दोनों तरफ से अच्छे से पकाएं और ज्वार का डोसा तैयार है। इसे नारियल की चटनी या सांभर के साथ खाएं।
3. ज्वार की इडली
ज्वार की इडली बनाने के लिए ज्वार का आटा (jowar aata), सूजी और दही अच्छे से मिक्स करें। इसके बाद पानी भी डालें और अच्छे से मिक्स करें। दूसरे पैन में इडली के मिश्रण में तड़का तैयार करें। अपनी पसंद की सामग्री से तड़का तैयार करें। मूंगफली काटकर डालने से इडली का स्वाद बढ़ जाता है। तड़का इडली मिश्रण में डालें और ढक दें। अब इडली स्टैंड में तेल लगाकर इडली का घोल डालें और भाप में इडली बनने दें।
ज्वार के आटे के नुकसान
ज्वार के आटा के फायदे कई सारे हैं लेकिन अधिक मात्रा में ज्वार का सेवन करने से नुकसान भी हो सकते हैं। इसलिए ज्वार का सेवन सही मात्रा में और सही तरीके से ही करें। अधिक मात्रा में ज्वार खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं से जुड़ी जानकारी नीचे से प्राप्त कर सकते हैं।
- अधिक मात्रा में ज्वार खाने से ब्लड शुगर लेवल अचानक से बढ़ या घट सकता है।
- कुछ लोगों को ज्वार से एलर्जी भी हो सकती है।
- अधिक मात्रा में ज्वार खाने से वजन बढ़ भी सकता है क्योंकि यह फाइबर से भरपूर होता है।
- फाइबर का सेवन अधिक मात्रा में करने से पेट से जुड़ी परेशानी हो सकती है।
आखिर में
ज्वार के आटा के फायदे कई सारे हैं अगर इसका सेवन सही तरह से और सही मात्रा में किया जाए। ज्वार के लाभ फाइबर, प्रोटीन, आयरन से भरपूर होने के साथ- साथ सेहतमंद दिल, दांत, त्वचा और वजन सामान्य बनाए रखने के लिए पॉपुलर हैं। ज्वार को डाइट में शामिल करना एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। ज्वार की रोटी सबसे ज्यादा पॉपुलर है और इसे डाइट में शामिल करना भी बेहद आसान है।
ज्वार को डाइट में शामिल करने से पहले इसकी मात्रा का खास ध्यान रखें। अधिक मात्रा में ज्वार का सेवन करने से नुकसान भी हो सकते हैं जैसे कि अचानक से बढ़ता ब्लड शुगर लेवल, एलर्जी आदि। इसलिए ज्वार के आटा के फायदे पूरी तरह से लेने के लिए इसका सेवन सही मात्रा में ही करें।
FAQs
ज्वार के आटे के फायदे (benefits of jowar atta) से जुड़े दिलचस्प सवालों के जवाब यहां से प्राप्त कर सकते हैं।
ज्वार के आटा के फायदे कई सारे हैं अगर इसका सेवन सही मात्रा में किया जाए जैसे कि फाइबर, आयरन और प्रोटीन से भरपूर, सेहतमंद दिल, सामान्य ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल, वेट लॉस में मदद, दांत, त्वचा के लिए लाभदायक आदि।
ज्वार को वजन कम करने के लिए जाना जाता है क्योंकि यह फाइबर से भरपूर होता है। फाइबर को पचने में ज्यादा समय और मेहनत लगती है जिससे मेटाबोलिज्म बढ़ता है और वेट लॉस में मदद मिलती है। इसके साथ ही पेट लंबे समय के लिए भरा रहता है।
यह दोनों ही बाजरा के परिवार से हैं। भारत में ज्वार को सफेद बाजरा भी कहा जाता है और वहीं बाजरा को काला बाजरा भी कहा जाता है। स्वाद और सूरत के मामले में भी यह दोनों अलग होते हैं।
जी हां, ज्वार गेहूं से बेहतर माना जाता है। गेहूं की रोटी के मुकाबले ज्वार की रोटी में कैलोरी की मात्रा कम होती है।
सही मात्रा में ज्वार रोजाना खा सकते हैं। यह फाइबर से भरपूर होता है जिस कारण से पेट से जुड़ी दिक्कतें दूर रहती हैं और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।