12 फूड्स जो रखेंगे आपकी आंतो को स्वस्थ – क्या खाएं और क्या ना खाएं
आंत को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए से जुड़ी सारी जानकारी आप यहां से प्राप्त कर सकते हैं।
अगर आपको पाचन और सूजन जैसी बीमारियों से बचना चाहते हैं तो आपको अपनी आंत को स्वस्थ रखना जरुरी है। आंत में पाचन अंग शामिल हैं- मुंह, खाना ले जाने की नली, पेट, अग्न्याशय, लिवर, पित्ताशय की थैली, छोटी आंत, बृहदान्त्र और मलाशय (colon and rectum)। सेहतमंद डाइट से इन अंगों में अच्छे बैक्टीरिया का जन्म होता है जिससे खाना आसानी से टूट जाता है और स्मूद डाइजेशन में मदद मिलती है जिससे सभी आहार शरीर के द्वारा अच्छे से अब्जॉर्ब होने में मिलती है। लेकिन आंत को स्वस्थ रखने के ध्यान और योजना की जरुरत होती है। जंक फूड, शुगर से भरपूर फूड और वो खाने की चीजें जो सूजन पैदा कर सकते हैं, यह सभी आंत को खराब कर सकते हैं। रिसर्च में यह दिखाया गया है कि आंत के स्वस्थ रहने से पूरे शरीर पर असर पड़ता है। स्वस्थ आंत का मतलब है सेहतमंद शरीर, अंगो का अच्छे से काम करना और सिस्टम पर कम भार पड़ना। जब आंत स्वस्थ रहती है तो वजन और लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी होने के आसार कम हो जाते हैं। कुछ पदार्थ आंत को स्वस्थ रखते हैं वहीं कुछ पदार्थ आंत को खराब भी कर सकते हैं।
विषय सूची
स्वस्थ आंत के लिए क्या खाएं
आंत को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए से जुड़ी सारी जानकारी आप यहां से प्राप्त कर सकते हैं।
1. अनानस
आप यह जानकर हैरान हर जाएंगे कि स्वादिष्ट अनानस में लाजवाब एंजाइम होता है जिसको ब्रोमलेन कहा जाता है। खाने को तोड़ने में इसका सबसे बड़ा योगदान होता है जिससे खाना शरीर के द्वारा आसानी से अब्जॉर्ब कर लिया जाए। ज्यादातर सूजन पैदा करने वाला साइटोकिन्स एंजाइम आंत में परेशानी लाता है।
अनानस में मौजूद ब्रोमलेन इस एंजाइम (साइटोकिन्स एंजाइम) को बहुत कम पैदा होने देता है। इसलिए अनानस खाने से आंत में सूजन पैदा होने के आसार कम हो जाते हैं।
2. लहसुन
कच्चे लहसुन में इनुलिन नाम का कंपाउंड पाया जाता है जो आंत में अच्छे बैक्टीरिया को जन्म देने में मदद करता है। यह प्री- बायोटिक फूड है जो जरुरी आहार से भरपूर होता है जैसे कि मैंगनीज, सेलेनियम, विटामिन सी और बी6 और एलिसिन। अध्ययनों में यह पाया गया है कि एलिसिन बीमारी से लड़ने में बहुत असरदार है।
पेट से जुड़ी परेशानी से राहत पाने के लिए घरेलू नुस्खा यह है कि रोज सुबह खाली पेट एक कच्चा लहसुन खाना चाहिए। ऐसा करने से खांसी- जुखाम और किसी तरह की सूजन से आराम मिलता है। लहसुन में बीमारी से लड़ने वाले कंपाउंड होते हैं और आपको आंत से जुड़ी परेशानी से काफी राहत मिलेगी।
3. हड्डी का सूप
अगर आप कुछ आरामदायक खाना ढूंढ रहे हैं जो पाचन शक्ति में आराम देगा और आसानी से घर में बनाया जा सकता है, इसके लिए हड्डी का सूप एक अच्छा ऑप्शन है। यह पोष्टिक आहार से भरपूर है जो पाचन शक्ति को आराम देने में मदद करता है और सूजन से लड़ने में भी मदद करता है।
हड्डी का सूप जिलेटिन और कोलेजन नाम के कंपाउंड से भरपूर होता है जिनको चिकित्सा विशेषताओं के लिए जाना जाता है। इसके साथ ही हड्डी के सूप में मौजूद एमीनो एसिड जैसे कि ग्लूटामाइन, आर्जिनिन और प्रोलाइन आंत में इंफेक्शन और सूजन होने से सुरक्षा देते हैं। इन कंपाउंड की मदद से आंत मजबूत होती है और कई हद तक इम्यूनिटी सुधारने में मदद मिलती है।
4. अदरक
आपने इस बात पर ध्यान दिया होगी कि आपकी मां और दादी पेट से जुड़ी परेशानी जैसे कि गैस, रुकावट, अपच होने पर अदरक का टुकड़ा चबाने के लिए कहती हैं। क्या आपने कभी सोचा है क्यों? अदरक को आयुर्वेद चिकित्सा में बीमारी ठीक करने के लिए और एंटी- इंफ्लामेट्री खूबी के कारण जरुरी मसाले के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
अदरक विटामिन सी से भरपूर होता है, जो इम्यूनिटी के लिए जरुरी है। यह पोष्टिक आहार से भरपूर होता है जैसे कि मैंगनीज, पोटेशियम, कॉपर, मैग्नीशियम आदि। रोजाना सुबह खाली पेट अदरक खाने से आंत के स्वास्थ्य में सुधार साफ नज़र आने लग जाता है। अच्छे रिजल्ट के लिए आप अदरक के फ्लेवर की चाय पी सकते हैं।
5. एस्परैगस (शतावरी)
जब आपको अपनी आंत को स्वस्थ रखना है तब डाइट में प्रोबायटिक का होना जरुरी है। आंत में अच्छे बैक्टीरिया जैसे कि लैक्टोबैसिली और बिफीडोबैक्टीरिया को बढ़ाने के लिए एस्परैगस एक अच्छा ऑप्शन है। क्योंकि यह इसूलिन से भरपूर होता है, यह अपच फाइबर है जो आंत को सूजन से बचाता है। यह विटामिन बी और इम्यूनिटी बढ़ाने वाले एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जिस कारण से यह आंत की सेहत के लिए यह एक जरुरी खाना बना जाता है।
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6. खट्टी गोभी
अगर आप फिटनेस के दीवाने हैं तो आप इस नाम के वाकिफ होंगे। जिनको नहीं पता है उन लोगों को बता दें कि यह किण्वित (fermented), खट्टी गोभी है। सफेद गोभी को जब किण्वित किया जाता है तो यह फाइबर और अच्छे बैक्टीरिया का अच्छे आधार बन जाते हैं जिससे आंत को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।
7. प्याज
क्या आपको पता है, रोजाना इस्तेमाल होने वाला प्याज आंत को स्वस्थ और एक्टिव रखने के लिए बेस्ट फूड है? यह प्रीबायोटिक है और जिसमें भारी मात्रा में क्वैरसेटिन नाम का ताकतवर एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो आपकी आंत को फ्री रेडिकल के खतरे से बचाव करता है।
इसके अलावा कच्चा प्याज विटामिन सी और क्रोमियम से भरपूर होता है। क्रोमियम इंसूलिन को बढ़ाने में मदद करता है वहीं विटामिन सी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। खाली पेट कच्चा प्याज खाने से मुंह में बदबू जरुर होती है लेकिन यह अपच से जुड़ी परेशानी से राहत पाने के लिए सबसे असरदार घरेलू नुस्खा है।
8. सेब का सिरका
सेब का सिरका चमत्कार सामग्री है जो इम्यूनिटी बढ़ाना, वजन कम करना, पाचन शक्ति की परेशानी से राहत, सूजन को दूर रखना आदि में मदद करता है। सेब के सिरका को एंटी- माइक्रोबियल, एंटी- फंगल, एंटी- वायरल और एंटी- बैक्टीरियल खूबियों के कारण भी जाना जाता है। यह मानव शरीर में खमीर की मात्रा को कम कर देता है जिससे जठरांत्र पथ (gastrointestinal tract) में सूजन कम हो जाती है। साथ ही यह डाइजेशन से जुड़ी परेशानी कम करने में भी मदद करता है।
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9. मीसो
मीसो को किण्वित सोयाबीन (fermented soybeans) से बनाया जाता है। आमतौर पर मीसो को जापानी खाने में इस्तेमाल किया जाता है और अब मीसो अपनी अच्छाई के कारण पूरी दुनिया में उपलब्ध है। किण्वित सोयाबीन के अलावा इसमें आपको चावल और जौ भी मिलेंगे जिससे यह फिलिंग डिश बन जाती है। यह ऐसे आहार से भरपूर है जो डायजेस्टिव जूस स्राव करने में मदद करते हैं और आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करते हैं।
10. किमची
हालांकि किमची एक कोरियाई डिश है, अपने पोष्टिक आहार के कारण यह कई देशों में पॉपुलर है। किमची को किण्वित सब्जियों (fermented vegetables) से बनाया जाता है, जिसकी मदद से लाइव प्रोबायोटिक कल्चर प्रोड्यूज करने में मदद मिलती है जो आंत में अच्छे बैक्टीरिया के जन्म को बढ़ाने में मदद करते हैं। किमची में भरपूर मात्रा में सब्जियां पाई जाती हैं जिस कारण से यह एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा आधार है। इसको आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं जिससे इम्यूनिटी बढ़ेगी और साथ ही इंफेक्शन से लड़ने में मदद मिलेगी।
11. बादाम
बादाम आंत की सेहत सुधारने में मदद करते हैं क्योंकि यह पॉलीफेनोल्स और ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं। यह फाइबर से भी भरपूर होते हैं जो पाचन शक्ति की सेहत को भी सुधारने में मदद करते हैं। खाली पेट भीगे हुए बादाम खाने से सारे पोष्टिक आहार आंत के द्वारा अब्जॉर्ब कर लिए जाते हैं।
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12. ब्रसल स्प्राउट
ब्रूसेल स्प्राऊट्स स्वादिष्ट होने के साथ- साथ सेहतमंद भी होते हैं। सलाद में इनको शामिल करने से आपका बचाव कई सारी बीमारी से रहता है। इसमें मौजूद सल्फर, टोक्सिक एच पाइलोरी बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है जो आंत में मौजूद होता है।
आखिर में
आंत के सेहत को सुधारने के लिए किसी भी खाने की चीज़ को अपनी डाइट में शामिल करने से पहले एलर्जी के टेस्ट जरुर कराएं। इससे आपको यह पता चलेगा कि कौन- सा खाना आपके लिए सही है और कौन- सा नहीं है। खाने से होने वाली एलर्जी से पाचन शक्ति की हालत और भी बुरी हो सकती है।
किसी भी खाने को ट्राए करने के लिए हमेशा ताज़े खाने को चुने। प्रोसेसड या रिफाइंड या कैन फूड में उन आहार की कमी होती है जिनके बारे में इस आर्टिकल में बताया गया है।
FAQ
1. आंत स्वस्थ रखने के लिए क्या करना चाहिए?
आंत स्वस्थ रखने के लिए कई सारी चीजें कर सकते हैं जैसे कि कम चीनी का सेवन, चिंता कम करें, कसरत करें, अच्छी नींद लें, बैलेंस डाइट फोलो करें आदि।
2. अस्वस्थ आंत के लक्षण क्या होते हैं?
अगर आपकी आंत अवस्थ है आपको यह लक्षण दिखाई दे सकते हैं- पेट खराब होना, ज्यादा चीनी का सेवन करना, वजन में बदलाव होना, त्वचा में जलन होना, नींद ना आना आदि।
3. आंत के लिए खाना हानिकारक हो सकता है?
आंत के लिए कई सारी चीजें हानिकारक हो सकती हैं जैसे कि प्रोसेसड फूड, ग्लूटेन, अंडे, मक्का, आर्टिफिशियल मिठास आदि।
3. पेट की आंतों को साफ कैसे करें?
आंत स्वस्थ रखने के लिए ताज़ा और प्राकृतिक खाना खाएं, आराम और अच्छे से चबाकर खाना खाएं, ज्यादा चिंता ना करें, मीठे का सेवन नियमित रूप से करें, नींद पूरी करें, पानी पीना ना भूलें।
4. आंतों में इन्फेक्शन कितने दिन में ठीक होता है?
2- दिन में खराब आंत के बारे में पता चलता है। आंत का इंफ्शन ठीक होने में 1-4 दिन लग सकते हैं। और इस पर भी निर्भर करता है कि आप पहले से स्वस्थ हैं या आमतौर पर बीमार ही रहते हैं या कोई आपको पुरानी पेट से जुड़ी बीमारी है या नहीं।