फ्रूट जूस या फ्रूट- क्या है ज्यादा सेहतमंद? (Fruit Juice Vs Fruit: Which Is The Healthier Option?)
Fruit Juice Vs Fruit

फ्रूट जूस या फ्रूट- क्या है ज्यादा सेहतमंद? (Fruit Juice Vs Fruit: Which Is The Healthier Option?)

क्या आपने कभी सोचा है कि फल और फलों के जूस में से ज्यादा सेहतमंद क्या होता है? फ्रूट या फ्रूट जूस – क्या है सेहतमंद? यहां से जानें।

फल बहुत सेहतमंद होते हैं और यह बात हम सभी को अच्छे से पता है। इसके अलावा यह स्वादिष्ट, रसदार और स्नैक्स के लिए परफेक्ट हैं। फल इसलिए सेहतमंद हैं क्योंकि इनमें अधिकतर सभी पोष्टिक आहार पाए जाते हैं जैसे कि विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन के, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट। फल हमें कई सारे मिनरल्स देते हैं जैसे कि मैग्नीशियम और आयरन आदि। यह एंटीऑक्सीडेंट का भी अच्छा माध्यम है जिससे इम्यूनिटी मजबूत होती है और नींद भी अच्छे से आती है। रोजाना फलों का सेवन करने से आप कई सारी बीमारी और इंफेक्शन से बचे रह सकते हैं। फलों को कच्चा खाने के अलावा लोग अपनी पसंद के अनुसार अलग- अलग तरीके से भी खाते हैं जैसे कि सलाद, डेजर्ट, जूस आदि। कई लोगों को फल खाने का बेस्ट तरीके नहीं पता है। क्या फ्रूट जूस, फल खाने से ज्यादा सेहतमंद है?

Fruit
फ्रूट जूस या फ्रूट- क्या है ज्यादा सेहतमंद?

फ्रूट जूस Vs फ्रूट (Fruit Juice Vs Fruit)

फलों से आहार उनके पल्प और त्वचा से मिलता है। जब आप फ्रूट जूस बिना फल के पल्प के साथ पीते हैं तो आप जरुरी आहार को छोड़ देते हैं। व्यावसायिक रूप से बनाएं गए जूस (commercially made juices) में असली फल नहीं होते हैं और ना ही पोषण तत्व होता है।

फ्रूट या फ्रूट जूस – क्या है सही ऑप्शन।

पेक्ड फ्रूट जूस ऑप्शन नहीं है (Packaged Fruit Juices Are Not Alternatives)

यह एक कड़वा सच है कि उत्पादक अपने प्रोडक्ट में डाली गई सामग्री को लेकर सच्चे नहीं होते हैं। व्यावसायिक रूप से मार्किट में मिलने वाले जूस वैसे नहीं होते हैं जैसा आप सोचते हैं। फलों में से जूस निकालने के बाद, फ्रूट जूस को बिना ऑक्सीजन के बड़े टैंक में रखा जाता है जिससे फ्रूट जूस खराब ना हो जाए।

इन फ्रूट जूस को बेचने से पहले कई महीनों तक स्टोर किया जाता है। इस प्रोसेस में फ्रूट जूस में से असली फलों का फ्लेवर निकाल लिया जाता है और फ्लेवर वापस लाने के लिए फ्लेवर पैक मिलाया जाता है।

अगर आप सुपर मार्किट से सबसे महंगा फ्रूट जूस भी खरीद रहे हैं तो आपको वो पोषण नहीं मिलेगा जो आपको फलों से मिलता है।

पैक्ड जूस अच्छा ऑप्शन क्यों नहीं है।

पैक्ड जूस में क्या कमी है? (What Packaged Fruit Juices Are Missing?)

पैक्ड जूस में कई सारे पोष्टिक आहार की कमियां होती हैं जो आपको फलों से मिल सकती हैं। इसके लिए उदाहरण देखते हैं- संतरे में विटामिन सी, विटामिन बी1, पोटेशियम और फोलेट होता है। वहीं ऑरेंज जूस में विटामिन बी1, पोटेशियम और फोलेट होता है लेकिन विटामिन सी उसी मात्रा में नहीं पाया जाता है।

पेक्ड जूस में क्या कमी है।

वहीं दूसरी तरफ, फ्रेश फ्रूट जूस एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जिसका रोजाना सेवन करने से खून में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बढ़ती है। फ्रूट जूस में फाइबर नहीं होता है लेकिन गर्मी के मौसम में यह आपके शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता है। चीनी ना मिलाने से आपका फ्रूट जूस सेहतमंद रहता है।

संक्षेप- फ्रूट जूस Vs फ्रूट
फलों के असली फायदे लेने के लिए फल जैसा है वैसे ही खाएं।
फल को ब्लैंड कर बिना चीनी मिलाएं पीना भी एक अच्छा ऑप्शन है।
पैक्ड फ्रूट जूस एक अच्छा ऑप्शन है जब आपको जल्दी से प्यास भूझानी है।

फलों के फायदे (Benefits Of Fruits In Hindi)

ऐसी कई अध्ययन में प्रूफ किया गया है कि फ्रूट जूस सिर्फ मीठी ड्रिंक्स होती हैं और इनमें कोई पोषण तत्व नहीं होते हैं। नीचे से आप फल खाने फायदो के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं-

वजन कम करने में मदद (Benefits Of Fruits For Weight Loss In Hindi)

ऐसे कुछ परिक्षण किए गए है जिनमें इस बात की पुष्टि हुई है कि रोजाना फल खाने से वजन कम होने में मदद मिलती है। बाकी सेहतमंद फल और कसरत रोजाना करने से वजन कम हो जाता है।

एंटीऑक्सीडेंट का असर (Fruits Benefits Are Full Of Antioxidants In Hindi)

फल, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जिनको फाइटोकेमिकल्स कहा जाता है। यह फैट को पैदा नहीं होने देता है।

फलों के फायदे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं।

माइक्रोबायोम प्रभाव (Benefits Of Fruits For Healthy Digestion In Hindi)

फल खाना आंत के लिए फायदेमंद होता है जो डायजेशन से जुड़ा हुआ है।

फाइबर से भरपूर (Fruits Benefits Are Full Of Fiber)

जो फल फाइबर से भरपूर होते हैं वो जल्दी से भूख नहीं लगने देते हैं। यह पाचन शक्ति को भी स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। फाइबर से भरपूर फल खाने से डायजेशन प्रोसेस धीरे हो जाता है जो कार्बोहाइड्रेट, फैट और प्रोटीन को शरीर में डायजेशन के प्रोसेस के लिए धीरे दर में देते हैं।

घर में बनाएं जूस (Homemade Juices)

मार्किट से खरीदे गए जूस से ज्यादा सेहतमंद घर में बनाया गया जूस होता है। होम मेड जूस को बिना चीनी के बनाया जाता है। इनमें असली फल के गुण होते हैं। होम मेड फ्रूट जूस सेहतमंद होता है और वजन नहीं बढ़ने देता है। होम मेड फ्रूस फल का एक सेहतमंद आधार है लेकिन फल खाने से ही आपको फलों में मौजूद सारे पोष्टिक आहार प्राप्त होते हैं।

घर में सेहतमंद और स्वादिष्ट जूस बनाएं।

फ्रूट जूस पीने के नुकसान (Side Effects Of Fruit Juice In Hindi)

अधिक मात्रा में पैक्ड फ्रूट जूस का सेवन करने से कई नुकसान हो सकते हैं। यह शरीर के लिए बिल्कुल भी सेहतमंद नहीं होते हैं और यह पोषण का बिल्कुल भी अच्छा आधार नहीं हैं।

पैक्ड फ्रूट जूस से होने वाले नुकसान-

जल्दी अवशोषण (Quick Absorption)

फ्रूट जूस आंत में जल्दी चले जाते हैं और जल्दी अवशोषण (absorb) भी हो जाते हैं। जिससे ब्लड ग्लूकोज और इंसूलिन लेवल बढ़ जाता है जो टाइप 2 डायबटीज को पैदा कर सकता है।

फाइबर की कमी

व्यावसायिक रूप के लिए बनाए गए फ्रूट जूस में फाइबर की कमी होती है और फलों से जुड़े कोई भी फायदे इनमें नहीं होते हैं। स्टोर से खरीदें गए जूस से ज्यादा अच्छे फल होते हैं। फलों में सभी जरुरी पोषण के आहार होते हैं।

उदाहरण के लिए, ऑरेंज जूस पीने से अच्छा संतरा खाना है। फ्रेश संतरे में 62 कैलोरी होती है वहीं ऑरेंज जूस में 110 कैलोरी होती है। ऑरेंज जूस और संतरे में फैट नहीं होता है लेकिन ऑरेंज जूस में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है। संतरे में 3 ग्राम फाइबर होता है वहीं ऑरेंज जूस में 0.5 ग्राम फाइबर होता है।

फलों के नुकसान भी जानें।

आखिर में

होम मेड जूस को बनाने में समय जरुर लगता है लेकिन जो आपको पोषण मिलता है उसके लिए समय लगाना व्यर्थ नहीं जाता है। आप अलग- अलग फलों के साथ सब्जी मिलाकर फ्रूट जूस को और भी सेहतमंद बना सकते हैं। फलों को खाने से ही सबसे ज्यादा पोष्टिक आहार मिलते हैं। लेकिन फिर भी आपको फ्रूट जूस ही पीना है तो आप सिर्फ होम मेड फ्रूट जूस का ही सेवन करें और पैक्ड फ्रूट जूस को रोजाना न पीएं।

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