पपीते के पत्ते के फायदे और जूस बनाने की विधि
पपीते के पत्ते के फायदे डाइट में शामिल करने से आपको मिल सकते हैं। पपीते का जूस घर में कैसे बनाएं. यहां से जानें।
ट्रॉपिकल फल में से पपीते के फायदे कई सारे हैं और यह फल कई सारे पौष्टिक आहार से भरपूर है। फाइबर से लेकर विटामिन तक इसमें सारी खूबियां हैं। और यही बात पपीते के पत्ते के लिए भी कह सकते हैं। इसमें पौधे के फाइटोकेमिकल्स मौजूद होते हैं जिनको लाभदायक माना जाता है।
इसमें विटामिन भी मौजूद हैं जैसे कि विटामिन सी और विटामिन ई जो ताकतवर एंटीऑक्सीडेंट का काम करते हैं। इसके अलावा पैपैन नाम का एंजाइम भी पाया जाता है जो पाचन शक्ति को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
अगर आपने पपीते के पत्तों को अपनी डाइट में शामिल करने का फैसला लिया है तो इससे पहले पपीते के पत्ते के फायदे से जुड़ी जानकारी यहां से प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही पपीते के पत्ते का जूस कैसे बनाएं के बारे में भी जान सकते हैं।
विषय सूची
पपीते के पत्ते के फायदे
पपीते के पत्ते के फायदे डाइट में सही तरीके से शामिल करने से आपको कई फायदे मिल सकते हैं। लेकिन डाइट में किसी भी तरह के बदलाव करने से पहले उससे जुड़ी जानकारी होना बेहद जरूरी है। पपीते के पत्ते से जुड़ी विस्तार से जानकारी नीचे से प्राप्त कर सकते हैं।
1. स्वस्थ डाइजेशन
पपीते के पत्ते में पैपैन नाम का एंजाइम पाया जाता है जो सूजन और कब्ज को कम करने में मदद करता है। जो लगो पेट की तकलीफ से अकसर गुजरते हैं उन लोगों को इसका सेवन करना चाहिए। इसके अलावा यह एंजाइम प्रोटीन को तोड़ने में मदद करते हैं जिससे एमिनो एसिड अच्छे से डायजेस्टिव सिस्टम के द्वारा अब्जॉर्ब हो जाए। इस कारण से पपीते के पत्ते को पाचन शक्ति की दवाई की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है।
2. डेंगू में लाभदायक
पैपन का सेवन करने का सबसे ज्यादा फायदा यह है कि यह शरीर में प्लेटलेट की मात्रा को बढ़ा देता है जो डेंगू से लड़ने में मदद करता है। डेंगू की बीमारी में प्लेटलेट की मात्रा कम होती रहती है इसलिए इसके दौरान पपीते के पत्तों का सेवन करने से प्लेटलेट की मात्रा बढ़ने में मदद मिलती है। ज्यादा मात्रा में प्लेटलेट के घटने से शरीर से खून का बहाव ज्यादा हो सकता है और घाव भरने में समय भी लग सकता है। इसके लिए दिन में दो बार 25 एमएल पपीते के पत्तों का जूस पीना चाहिए।
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3. फाइबर
इन सभी फायदो के अलावा पपीते के पत्ते पाइबर से भरपूर होते हैं। इससे यह कहा जा सकता है कि यह पाचन शक्ति के लिए लाभदायक होने के साथ- साथ मेटाबोलिज्म को बढ़ाते हैं और कैलोरी को बर्न करते हैं। कैसे? फाइबर को पचने में ज्यादा समय लगता है और साथ ही ज्यादा मेहनत और एनर्जी भी लगती है जिससे शरीर में मेटाबोलिज्म बढ़ता है और कैलोरी बर्न होती है।
4. एंटीऑक्सीडेंट
विटामिन सी और विटामिन ई जैसे ताकतवर एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने से यह कहना कोई गलत नहीं होगा कि यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हैं। पपीते के पत्ते फ्री रेडिकल से लड़ने में मदद करते हैं। फ्री रेडिकल स्वस्थ सेल के साथ मिलकर शरीर को नुकसान देते हैं। लेकिन एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल को स्वस्थ सेल के साथ नहीं मिलने देते हैं और इनको खत्म करने में मदद करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर डाइट होने से फ्री रेडिकल का खतरा कम हो जाता है।
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5. सेहतमंद लिवर
खराब डाइट और अस्वस्थ खाने की आदत से कोलेस्टॉल लेवल बढ़ सकता है। पपीते के पत्ते में फाइटोस्टेरॉल के रूप में जाना जाने वाला कैमिकल होता है जो खराब कोलेस्टॉल के खिलाफ काम करता है। और ऐसे यह लिवल को फ्री रेडिकल से बचाकर रखता है।
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6. स्ट्रांग इम्यूनिटी
पारंपरिक इलाज करते समय पपीते के पत्तों को खाने के लिए कहा जाता था जिससे मुश्किल से मुश्किल बीमारी जैसे कि कैंसर का इलाज किया जाता था। इसके साथ ही पपीते के पत्तों को नियमित रुप से खाने से इम्यूनि सिस्टम में जरुरी घाटक (components) टी-लिम्फोसाइट्स प्रोड्यूज होते हैं जो बाहरी रोगजनकों से लड़ने में मदद करते हैं।
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7. मजबूत बाल
पपीते के पत्तों से बालों में मालिश करने से एक्स्ट्रा ऑयल और गंदगी निकल जाती है। विटामिन और पोष्टिक आहार से भरपूर होने के कारण यह बालों को आहार देते हैं जो इनको बढ़ने में मदद करते हैं।
पपीते के पत्ते का जूस कैसे बनाएं
पपीते के पत्तों का सेवन करने का सबसे आसान तरीका जूस पीने का है। आपना जानना चाहेंगे कि पपीते के पत्ते का जूस कितनी मात्रा में पीना चाहिए? आपको बता दें कि डेंगू में पपीते के पत्ते का जूस दिन में 2-3 बार पिया जा सकता है। लेकिन इसके साथ ही डॉक्टर की सलाह जरूर लें। पपीते के पत्ते का जूस कब पीना चाहिए? पपीते के पत्ते का जूस ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के बाद पी सकते हैं। पपीते पत्ते का जूस बनाने के लिए आपको कुछ आसान स्टेप्स को ध्यान में रखना है। पपीते के पत्ते का जूस कैसे बनाएं से जुड़ी जानकारी आप नीचे से प्राप्त कर सकते हैं।
सामग्री
- ब्लेंडर
- 8 से 10 ताज़ा और साफ पपीते के पत्ते
पपीते के पत्ते का जूस कैसे बनाएं
- पपीते के पत्तों को ब्लेंडर में डालें और अच्छे से पीस लें।
- अपनी पसंद की स्थिरता मिलने के बाद ब्लेंडर रोक दें।
- पीसी हुई पत्तियों को मोटे कपड़े में डालें और इसके नीचे गिलास रखकर कपड़े को अच्छे से निचोड़कर जूस निकाल लें।
- अब जूस को अच्छे से निकाल लें और मजे से पीएं।
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पपीते के पत्ते के नुकसान
सेहतमंद खाने के फायदे तभी मिलते हैं जब उसको नियमित रुप से खाया जाए। यह बात पपीते के पत्ते के साथ भी है। वैसे तो इसके फायदे कई सारे हैं लेकिन अधिक मात्रा में खाने से इसके नुकसान भी हो सकते हैं। यह पोष्टिक आहार से भरपूर है लेकिन अदिक मात्रा में इसका सेवन करने से बैलेंस डाइट पर बुरा असर हो सकता है।
इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से वजन बढ़ भी सकता है। यह बात विटामिन को लेकर पर कही जा सकती है। विटामिन ई का सेवन अधिक मात्रा में करने से दस्त, चक्कर आना, जी मिचलाना जैसी परेशानी हो सकती है।
आखिर में
हालांकि पपीते के पत्ते के नुकसान हैं लेकिन यह नुकसान अधिक मात्रा में इनका सेवन करने के बाद ही सामने आते हैं। अगर इनको सही मात्रा में खाया जाए तो आपको इसके फायदे ही मिलेंगे। या फिर आप इसका सेवन जूस के रुप में भी कर सकते हैं। हालांकि जूस का स्वाद बहुत अच्छा नहीं है लेकिन जब सेहत की बात हो तो कभी- कभी ऐसा कर सकते हैं।
आप किस फल का जूस पीना पसंद करते हैं? हमें कमेंट में जरूर बताएं।
FAQs
पपीते के पत्ते के जूस से जुड़ी जानकारी यहां से प्राप्त कर सकते हैं।
1. पपीते के पत्ते का जूस कैसे बनाएं?
पपीते का जूस बनाने के लिए सबसे पहले पपीते के पत्ते लें और इसे मिक्सर या फिर ओखल-मूसल में डालकर पीस लें। स्वाद के लिए इसमें आप शहद डालकर पी सकते हैं। रोजाना पपीते का जूस पीने के लिए डॉक्टर से सलाह जरुर लें।
2. पपीते के फायदे क्या हैं?
पपीता का सेवन करने से कई सारे फायदे मिलते हैं जैसे कि कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद, वजन कम करने में मदद, आंखों के लिए फायदेमंद, डाइजेशन के लिए लाभदायक आदि।
3. क्या पपीते के पत्ते का जूस रोजाना पी सकते हैं?
आपको बता दें कि डेंगू होने पर पपीते का जूस पीने की सलाह दी जाती है। एक दिन में 2-3 बार पपीते का जूस पीने से डेंगू से जल्द राहत मिलती है। नियमित रूप से किसी भी चीज का सेवन करने से हानि होने की आशंका कम होती है।
4. पपीता कब नहीं खाना चाहिए?
पपीते के पत्ते किसी भी समय खाने के बाद खाने की सलाह नहीं दी जाती है। खाना खाने के बाद पपीते के पत्तों का सेवन करने से वजन बढ़ने के आसार ज्यादा हो जाते हैं। इसके अलावा पपीते के पत्तों को डाइट में शामिल करने के लिए एक बार डॉक्टर से सलाह जरुर लें।
5. पपीते के पत्ते का जूस कितनी मात्रा में पीना चाहिए?
एक दिन में 2-3 बार पपीते के पत्ते का जूस का सेवन किया जा सकता है। लेकिन डॉक्टर की सलाह के बाद ही डेंगू में पपीते के पत्ते का जूस डाइट में शामिल करें।
6. पपीते के पत्ते का जूस कितने दिन पीना चाहिए?
पपीते के पत्ते का जूस कितने दिन पीना चाहिए है – इस सवाल के जवाब के लिए सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लें। डेंगू में ताज़ा बनाया गया जूस का सेवन दिन में 2-3 बार किया जा सकता है।