कॉफीज़ा फिनैरो कैप्सूल कॉफी मशीन रिव्यू – मिश्री
कॉफीज़ा मशीन आकर्षक, छोटा अप्लायंस है जो किचन को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसका उपयोग, सफाई और रखरखाव करना आसान है जिस वजह से हम इसकी सलाह देते हैं।
कॉफी मशीन खरीदने का मतलब एक तरह का इन्वेस्टमेंट करना है। अधिकतर लोगों के लिए यह फैसला कठिन हो सकता है।
कॉफी मशीन में भी कई प्रकार हैं जैसे कि ड्रिप, पोर ओवर, फ्रेंच प्रेस आदि। हमने कॉफीज़ा कॉफी मशीन रिव्यू के लिए एस्प्रेसो मशीन ऑर्डर की है। यह छोटा अप्लायंस है जिसका उपयोग इस ब्रांड की कॉफी कैप्सूल/ पोड्स के साथ किया जा सकता है। इस रिव्यू से आप कॉफी मशीन, उपयोग, कीमत, सफाई और इसके साथ हमारे अनुभव से जुड़ी जानकारी विस्तार से प्राप्त कर सकते हैं।
क्या हम इसकी सलाह देते हैं?
विषय सूची
कॉफीज़ा कॉफी मशीन – एक झलक
कॉफीज़ा कॉफी मशीन से जुड़ी जरूरी जानकारी नीचे दी गई टेबल से प्राप्त कर सकते हैं।
कॉफीज़ा कॉफी मशीन | प्रोडक्टी की जानकारी |
कीमत | 15,999/- रुपए |
अनुकूलता (Compatibility) | कॉफीज़ा और नेस्प्रेसो कैप्सूल |
वारंटी | 1 साल |
खरीदें | अमेज़न |
मिश्री रेटिंग (5/5) | 4 |
हमारे रिव्यू फैक्टर
कॉफीज़ा कॉफी मशीन रिव्यू करते हम किन जरूरी फैक्टर पर ध्यान दिया है?
इस अप्लायंस का डिजाइन और उपयोगिता जरूरी रिव्यू फैक्टर हैं। हमने कॉफी मशीन की बनावट, रखरखाव और अन्य महत्वपूर्ण फैक्टर पर ध्यान दिया है।
1. डिजाइन
क्या कॉफी मेकर भारी और छोटा है? यह किचन में कितनी जगह लेता है? क्या इसमें कॉफी पोड्स (pods) रखने की जगह है? रिव्यू के दौरान बटन, पानी का जग, कैप्सूल की जगह पर भी ध्यान दिया गया था।
2. उपयोगिता
क्या इस मशीन का उपयोग नौसिखिया भी कर सकता है? क्या मैनुअल में दी गई जानकारी को फॉलो करना आसान है? क्या इस अप्लायंस से समय की बचत होती है?
यह मशीन सिर्फ एस्प्रेसो और लंगो (lungo) बनाने के लिए है- यह मशीन कितनी उपयोगी है। यह किसके लिए आदर्श है?
3. अन्य फैक्टर
अन्य फैक्टर में कीमत, पैकेजिंग, बहुमुखी और वारंटी पर ध्यान दिया गया है।
कॉफीज़ा कॉफी मशीन रिव्यू
कॉफीज़ा कॉफी मशीन के साथ हमारा अनुभव कैसा रहा से जुड़ी जानकारी यहां से प्राप्त कर सकते हैं। हमने एक हफ्ते तक 5 से 7 कप रोजाना बनाए हैं।
कीमत और पैकेजिंग
कॉफी मेकर की कीमत 15,999/- रुपए है। यह एक साल की वारंटी के साथ आता है जिसमें कवर पार्ट, श्रम, सर्विस सेंटर से दोनों तरफ की शिपिंग शामिल है। यह टिकाऊ कार्टन में आया था और इसके साथ यूजर मैनुअल भी उपलब्ध है।
बनावट
यह एक सुंदर कॉफी मेकर है। यह किचन काउंटर पर ज्यादा जगह नहीं लेता है और भारी भी नहीं है। अधिकतर किचन अप्लायंस बड़े और भारी होते हैं जिस वजह से इन्हें उठाना और नीचे से साफ करना मुश्किल होता है।
कॉफी मशीन के ऊपर लीवर है जिसमें कॉफी पोड/ कैप्सूल डालते हैं। इसके नीचे बेस (ड्रिप ग्रिड) है जिस पर गिलास/ मग रख सकते हैं, यह निकल जाता है और यह ड्रिप ट्रे भी है। ऐसे ही आप कैप्सूल कंटेनर बाहर निकाल सकते हैं जिसमें इस्तेमाल किए गए कॉफी कैप्सूल इकट्ठा होते हैं। मशीन के पीछे पानी का जार है जो पारदर्शी है। आप आसानी से पानी का लेवल देख सकते हैं। जहां पर आप कॉफी पोड डालते हैं उसके पीछे दो बटन हैं, एक एस्प्रेसो के लिए हैं वहीं दूसरा बटन लंगो (lungo) के लिए है।
क्या आप जानते हैं? एस्प्रेसो और लंगो में अंतर क्या है? इनमें पानी की मात्रा का अंतर होता है। एस्प्रेसो के मुकाबले लंगो में पानी की डबल मात्रा का इस्तेमाल किया जाता है। इटालियन में लंगो का मतलब ‘लंबा’ होता है।
उपयोगी और अनुकूलता
कॉफीज़ा कॉफी मशीन में सिर्फ कॉफीज़ा कैप्सूल और नेस्प्रेसो पोड अनुकूल (compatible) हैं।
कॉफी मशीन का उपयोग सिर्फ एस्प्रेसो शॉट्स, लंगो, अमेरिकानो बनाने के लिए किया जा सकता है। इसका मतलब है कि आप सिर्फ ब्लैक कॉफी के प्रकार बना सकते हैं। हालांकि फ्रॉथ मिल्क अलग से मिक्स कर सकते हैं। इस एस्प्रेसो शॉट का उपयोग कोल्ड ब्रू बनाने के लिए भी कर सकते हैं।
हमने क्या बनाया
हमने कॉफीज़ा की मदद से दोनों ऑप्शन ट्राई किए- एस्प्रेसो और लंगो। हमने क्रेमओज़ो, क्लासिको, फोर्टे और इंटेंसो कैप्सूल ट्राई किए हैं।
हमारा अनुभव
कॉफीज़ा फिनैरो कॉफी मशीन को जोड़ना बेहद आसान है। मैनुअल में दी गई जानकारी बिगिनर फ्रेंडली है और इन्हें फॉलो करना बेहद आसान है।
किचन अप्लायंस जैसे कि ब्लेंडर, वॉटर फिल्टर या कॉफी मशीन, सभी को इस्तेमाल करने से पहले अच्छे से धोना चाहिए और ऐसा मैनुअल में भी दिया गया है।
पहला उपयोग – मशीन गर्म करना
सबसे पहले हमने पानी का जार बाहर निकाला जो आसानी से निकल गया था और ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं थी।
- इसे सिर्फ नीचे प्रेस करें और घुमाकर बाहर निकालें। इसके बाद ‘अधिकतम’ मार्किंग तक ताज़ा पानी भरा दिया गया था। इस लेवल से ज्यादा पानी ना भरें।
- हमने पानी का जार मशीन के पीछे लगा दिया था और फिर स्विच लगाकर मशीन को ऑन कर दिया था। मशीन अच्छे से साफ करने के बाद हमने दोनों बटन, एस्प्रेसो और लंगो प्रेस कर दिए थे और दोनों बटन की लाइट ब्लिंक होने लगी थी। (पम्पिंग की आवाज़ सुनाई दे रही थी जिससे पता चल रहा था कि ब्रू के लिए पानी पम्प हो रहा था।)
- इससे पता चलता है कि मशीन गर्म हो रही थी। प्रीहीट होने में लगभग आधा मिनट लगा था। इसके बाद लाइट ब्लिंक होना बंद हो गई थी और ब्रूइंग प्रोसेस शुरु होने वाला था।
- इस टेस्टिंग राउंड के दौरान हमने कैप्सूल नहीं डाली थी। अभी सिर्फ ब्रू के लिए पानी गर्म हो रहा था, पानी मशीन से बाहर निकल रहा था जिससे मशीन अच्छे से साफ हो जाए और नए अप्लायंस की जो महक होती है वो चली जाए। ऐसा दो बार करने के बाद हमने पानी फेंक दिया और अब कैफे स्टाइल कॉफी बनने के लिए तैयार थी।
महत्वपूर्ण बात- पानी के जार में कभी- भी गर्म पानी ना डाले। ऐसा करने से मशीन खराब हो सकती है।
और अब रिव्यू के इस भाग का हम सभी को बेसब्री से इंतजार था।
कॉफी बनाते समय – एस्प्रेसो और लंगो
- पहला स्टेप वही था, अधिकतम मार्किंग तक पानी भरें। इसके बाद स्विच ऑन किया गया और इसके बाद ब्रूइंग प्रोसेस शुरु हो गया था।
- हमने क्लासिको से शुरु किया और ड्रिप ट्रे पर कप रखा। हमने लीवर को अच्छे से बंद कर दिया था।
- हमने एस्प्रेसो के साथ शुरु किया और इंडीकेटर लाइट ऑन हो गई थी।
- ऐसे ही हमने लंगो बनाई थी। इस बार एक मिनट का समय लगा था।
- हमने दोनों समय नई कैप्सूल का इस्तेमाल किया था। एक कैप्सूल का इस्तेमाल सिर्फ एक बार कर सकते हैं।
क्या हमें क्रेमा (crema) की लेयर मिली थी?
कॉफी लवर्स को पता है कि कॉफी में क्रेमा (crema) कितनी अहम होता है। यह खुशबूदार और फ्लेवर से भरपूर मैरून रंग के फ्रॉथ का लेयर होता है जो एस्प्रेसो के ऊपर होता है। यह तब बनता है जब बारीक ग्राउंड कॉफी के सॉल्युबल ऑयल एयर बबल के साथ मिक्स हो जाते हैं।
क्रेमा (crema) से ग्राउंड कॉफी की क्वालिटी के साथ- साथ कॉफी मेकर के बारे में भी पता चलता है।
एस्प्रेसो के सभी चार फ्लेवर में क्रेमा (crema) का सुंदर लेयर था।
सफाई और रखरखाव
हमने सफाई के प्रोसेस के बारे में पहले ही बताया दिया है। कॉफीज़ा के द्वारा सलाह दी गई है कि हर एक कैप्सूल इस्तेमाल करने के बाद कंटेनर साफ करें। अच्छे से रखरखाव करने के लिए मशीन इस्तेमाल में ना होने पर प्लग से निकालकर रखें।
10 मिनट तक इस्तेमाल में ना होने से (inactive) रहने पर मशीन स्टैंडबाई मोड पर चली जाती है।
इस कॉफी मेकर से एक दिन में 10-20 कप बना सकते हैं। यह सलाह दी जाती है कि मशीन का इस्तेमाल लगातार ना करें, कुछ समय के ब्रेक के बाद दोबारा इस्तेमाल करें।
- किफायती।
- छोटी कॉफी मशीन।
- कॉफी मशीन जोड़ना आसान है।
- क्विक और कुशल अप्लायंस।
- साफ करने में आसान।
- बिगिनर्स फ्रेंडली।
स्ट्रांग कैफिन शॉट पसंद है? या मिल्क बेस्ड आइस कॉफी? कॉफीज़ा कॉफी मशीन छोटी है जो किचन काउंटर पर जगह कम लेती है। इसका उपयोग घर में या छोटे ऑफिस में किया जा सकता है। यह बड़ी जगह के लिए नहीं है।
FAQs
कॉफीज़ा फिनैरो कॉफी मेकिंग मशीन से जुड़े दिलचस्प सवालों के जवाब यहां से प्राप्त कर सकते हैं।
इस अप्लायंस को साफ करना आसान है। पहली बार इस्तेमाल करने से पहले, बिना कैप्सूल डालें पानी गर्म करें। इसकी ड्रिप ट्रे, ड्रिप ग्रिड और कैप्सूल कंटेनर अलग हो जाते हैं जिन्हें लिक्विड साबुन और पानी से धो सकते हैं। सख्त ब्रश का इस्तेमाल ना करें।
नहीं। इस मशीन में कॉफी पाउडर या कॉफी बीन्स का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।
नहीं, यह बिजली से चलती है और इसमें तार भी है।
हां, इसका वजन 2.6 किलो ग्राम है और इसे आसानी से एक जगह से दूसरी जगह लेकर जा सकते हैं।
नहीं। इसमें सिर्फ कॉफीज़ा और नेस्प्रेसो कैप्सूल इस्तेमाल कर सकते हैं।
सारांश
कॉफीज़ा फिनैरो कैप्सूल कॉफी मशीन से कॉफी बनाना बेहद दिलचस्प अनुभव था। इसे इस्तेमाल करना आसान है और इससे कॉफी बनाना और भी ज्यादा आसान है। सिर्फ एक बटन की मदद से आपको एक मिनट के अंदर फ्रेश ब्रू एस्प्रेसो या लंगो मिल जाती है। अगर आपको दूध वाली कॉफी पसंद है तो आप बाद में दूध मिक्स कर सकते हैं।
आप कॉफी कैसे ब्रू करते हैं? फ्रेंच प्रेस, पोर ओवर, मशीन या मोका पॉट?
रिव्यू पर काम करने वाली टीम
कॉफी से जुड़े अधिक रिव्यू
*हमारे रिव्यू निष्पक्ष हैं और रिव्यू के लिए सभी प्रोडक्ट हमारे द्वारा खरीदें गए हैं। इससे जुड़ी सारी जानकारी आप यहां से पढ़ सकते हैं।