क्या फ्लेवर से भरपूर कैमोमाइल चाय आराम दे सकती है? (Can A Flavorful Cup Of Chamomile Tea Help You Relax?)
अच्छी नींद के लिए कैमोमाइल चाय को सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है। कैमोमाइल चाय को अच्छी नींद और आराम लेने के लिए जाना जाता है। कैमोमाइल चाय क्या है कि जानकारी आप यहां से ले सकते हैं।
कैमोमाइल चाय को सबसे पॉपुलर हर्बल चाय माना जाता है। कैमोमाइल चाय को कैमोमाइल के फूलों को गर्म पानी में जलसेक (infusion) कर बनाया जाता है। इसका सेवन रोजाना करने से ही यह लाभदायक होती है। यह कई फायदेमंद चीजों से भरपूर है जैसे कि मिनरल्स- पोटेशियम, सोडियम और एंटीऑक्सीडेंट जैसे कि फ्लेवोनोइड्स और सेस्क्राइपरेज (flavonoids and sesquiterpenes)। कैमोमाइल चाय के फायदे भी कई सारे हैं जैसे कि कंट्रोल ग्लूकोज लेवल, स्वस्थ डाइजेशन आदि।
हालांकि कैमोमाइल चाय के फायदे कई सारे हैं लेकिन एक ऐसा फायदे है जिस कारण से यह चाय काफी पॉपुलर हो रही है। जो लोग अच्छे से सो नहीं पाते हैं उन लोगों की मदद कैमोमाइल चाय कर सकती है। आइए देखते हैं कैसे कैमोमाइल चाय आपको आराम दे सकती है। कैमोमाइल चाय क्या है कि जानकारी आप यहां से ले सकते हैं।
विषय सूची
नींद ना आने पर कैमोमाइल चाय कैसे मदद कर सकती है? (How Does Chamomile Tea Help With Sleeplessness?)
कैमोमाइल चाय को सदियों से अच्छी नींद के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। इसको सौम्य ट्रैंक्विलाइज़र और सोने के समय की चाय से भी जाना जाता है। यह काम इसमें मौजूद एपजीन (Apigenin) नाम के एंटीऑक्सीडेंट का होता है जो कैमोमाइल चाय में भारी मात्रा में पाया जाता है (1)।
एपजीन (Apigenin) एक कंपाउंड है जो पौधो में प्राकतिक रूप से होता है, खासकर फूलों वाले पौधो में जैसे कि कैमोमाइल। कैमोमाइल से आप कई सारे फायदे ले सकते हैं, इसके लिए आपको सिर्फ कैमोमाइल चाय को अपनी डाइट में शामिल करना है। इसका असर शरीर की नसों पर होता है जिससे टिशू को आराम मिलता है और अच्छे से नींद आने में मदद मिलती है। जब सही मात्रा में एपजीन दिमाग की सेल के साथ मिलते हैं तब चिंता दूर रहती है और नींद की क्वालिटी सुधर जाती है और आराम से आती है।
यह भी पढ़ें- मिश्री रिव्यू- बेस्ट कैमोमाइल चाय।
कैमोमाइल चाय पीने से चिंता कम हो जाती है और सेरोटोनिन और मेलाटोनिन का लेवल बढ़ जाता है। यह दो ऐसे होर्मोन हैं जो मूड, व्यवहार और नींद सही कर देते हैं (2)।
कैमोमाइल चाय में स्ट्रोंग नींद के कंपाउंड मौजूद होते हैं जो अच्छी नींद लाने में मदद करते हैं। काम करने के समय या फिर भारी मशीनों से काम करने के दौरान कैमोमाइल चाय का सेवन करने से नींद आ सकती है और काम पर ध्यान नहीं लगा पाएंगे। इसलिए कैमोमाइल चाय को पीने के समय के बारे में जानना आपके लिए बेहद जरुरी है। कैमोमाइल चाय के फायदे लेने के लिए आपको इसको सोने से पहले या फिर कसरत करने के बाद पी सकते हैं।
आखिर में
कैमोमाइल चाय के फायदे कई सारे हैं अगर इसका सेवन सही समय और मात्रा में किया जाए। अगर आपको नींद अच्छे से नहीं आती है या फिर नींद से जुड़ी कोई और परेशानी है तो एक बार इसको ट्राए कर सकते हैं। कैमोमाइल चाय को सोने से पहले या फिर कसरत करने के बाद पीएं। दिन और काम के बीच में इसका सेवन करने से आपको नींद आ सकती है जिस कारण काम करने में दिक्कत आ सकती है। अपनी जरुरत के अनुसार कैमोमाइल चाय को अपनी डाइट में शामिल करें।
FAQs
कैमोमाइल चाय कब पीनी चाहिए? (When should I drink chamomile tea?)
आमतौर पर कैमोमाइल चाय का सेवन शरीर को आराम देने के लिए पी जाती है। थकान भरे दिन के बाद कैमोमाइल चाय का सेवन किया जा सकता है। अच्छी नींद के लिए सोने से 45 मिनट पहले कैमोमाइल चाय पी सकते हैं जिससे अच्छी नींद आने में मदद मिलती है।
क्या रोजाना कैमोमाइल चाय रोजाना पी सकते हैं? (Is it OK to drink chamomile tea everyday?)
वैसे तो कैमोमाइल चाय को लेकर इंसान पर अध्ययन नहीं किया गया है लेकिन फिर भी कई एक्स्पर्ट के द्वारा कहा जाता है कि कैमोमाइल चाय सुरक्षित है और इसका सेवन थकान दूर करने के लिए किया जाता है।
कैमोमाइस चाय के फायदे क्या हैं? (What are the benefits of chamomile tea?)
कैमोमाइल चाय के फायदे कई सारे हैं जैसे कि अच्छी नींद लाने में मदद, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, स्वस्थ पाचन शक्ति, सामान्य ब्लड शुगर लेवल, सेहतमंद दिल आदि।
क्या कैमोमाइल चाय वेट लॉस में मदद करती है? (Does chamomile tea helps in weight loss?)
आमतौर पर कैमोमाइल चाय का सेवन अच्छी नींद के लिए किया जाता है। इसके साथ कैमोमाइल चाय से शरीर अंदर से साफ रहता है जिससे बीमारी होने के आसार कम हो जाते हैं और साथ ही वजन सामान्य बनाए रखने में मदद करता है।
कैमोमाइल चाय के नुकसान क्या हैं? (What are the side effects of chamomile tea?)
अधिक मात्रा में कैमोमाइल चाय का सेवन करने से नुकसान भी हो सकते हैं जैसे कि उलटी, एलर्जी, त्वचा पर जलन आदि।