सूजी खाने के 7 अद्भुत फायदे और इससे जुड़ी बातें
सूजी का आटा मार्केट में आसानी से मिल जाता है और इसके कई सारे फायदे भी हैं। सूजी डाइट में कैसे शामिल करें, यहां से जानें।
सूजी का हलवा नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। जितनी स्वादिष्ट सूजी से डिश बनती है उतने ही सूजी के फायदे हैं।
सूजी बनाने के लिए दुरुम गेहूं का इस्तेमाल किया जाता है। सूजी खाने के फायदे के कारण यह पूरी दुनिया में पॉपुलर हो गई है। वैसे तो सूजी से सूप, खिचड़ी आदि बनाई जा सकती है लेकिन ज्यादातर सूजी से पास्ता बनाया जाता है। जिस वजह से इसे पास्ता का आटा भी कहा जाता है। सामान्य गेहूं के मुकाबले मोटी, ब्राउन सूजी ज्यादा सेहतमंद होती है।
अगर आप भी सूजी के फायदे डाइट में शामिल करना चाहते हैं तो यहां से इसके फायदे से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
विषय सूची
सूजी के फायदे
सूजी डाइट में शामिल करने से कई फायदे मिल सकते हैं। सही मात्रा में सूजी का सेवन करने से आपकी डाइट पोषण से भरपूर बन सकती है। अधिक जानकारी नीचे से प्राप्त कर सकते हैं।
1. पोषण से भरपूर
सूजी कई सारे पौष्टिक आहार से भरपूर है जैसे कि विटामिन और मिनरल्स जो सेहतमंद रखने में मदद करते हैं। 60 ग्राम कच्ची सूजी के आटे में 198 कैलोरी पाई जाती है। सूजी के फायदे डाइट में शामिल करने से आपको नीचे दिए गए पौष्टिक तत्व प्राप्त हो सकते हैं।
- पूरे दिन का 41% थायमिन (विटामिन बी) मिलता है।
- पूरे दिन का 36% फोलेट मिलता है।
- पूरे दिन का 29% राइबोफ्लेविन मिलता है।
- पूरे दिन का 13% आयरन मिलता है।
- पूरे दिन का 8% मैग्नीशियम मिलता है।
- पूरे दिन का 7% फाइबर मिलता है।
- 40 ग्राम कार्बोहाइड्रेट मिलता है।
- 7 ग्राम प्रोटीन मिलता है।
- 1 ग्राम से कम फैट मिलता है।
प्रोटीन और फाइबर का सेवन करने से पेट लंबे समय के लिए भरा रहता है। इनका सेवन करने से भूख कम लगती है और वजन कम करने में मदद मिलती है। सूजी फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होती है। यह सूजी में मौजूद थायमिन (विटामिन बी) और फोलेट के कारण होता है।
2. स्वस्थ पाचन शक्ति
सूजी फाइबर से भरपूर होती है इसलिए यह पाचन शक्ति स्वस्थ और एक्टिव बनाए रखने में मदद करती है। इसके अलावा सूजी खाने के फायदे कई हैं जैसे कि इसमें डाइटरी फाइबर पाया जाता है जिसकी मदद से पेट में अच्छे बैक्टीरिया पैदा होते हैं। अच्छे बैक्टीरिया शरीर में मेटाबोल्जिम बढ़ा देते हैं और कई दिक्कतों से दूर रखने में मदद करता है जैसे कि गैस, कब्ज, पेट में सूजन आदि।
एक अध्ययन में कुछ लोगों को 5 ग्राम सूजी और होल वीट अनाज 2 हफ्ते के लिए रोजाना खाने के लिए कहा गया। दो हफ्तों के बाद लोगों को महसूस हुआ कि पेट में कब्ज और सूजन से काफी राहत मिली है।
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3. वेट लॉस
फाइबर पूरे शरीर को स्वस्थ रखने के साथ- साथ वजन कम करने में भी मदद करता है। अगर आप प्राकृतिक तरीके से वजन कम करने की सोच रहे हैं तो डाइट में फाइबर से भरपूर खाना शामिल करना चाहिए। भूख लगने वाले होर्मोन को फाइबर दबाकर रखता है। वहीं प्रोटीन की मदद से पेट लंबे समय के लिए भरा रहता है जिससे आप सही मात्रा में खाना खाते हैं। वेट लॉस के लिए डाइट में सूजी शामिल करना एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
एक अध्ययन में 250 महिलाओं ने 20 महीनों तक डाइटरी फाइबर का सेवन किया। इस दौरान महिलाएं जब भी फाइबर का सेवन 1 ग्राम बढ़ा देती हैं तब 0.5 ग्राम वजन कम हो जाता है। बाकी के अध्ययन में यह साबित हुआ है कि जो लोग हाई प्रोटीन डाइट लेते हैं वो लोग सामान्य प्रोटीन डाइट के मुकाबले 1.7 पाउंड ज्यादा वजन घटाते हैं।
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4. सेहतमंद दिल
सूजी के फायदे फाइबर से भरपूर होती है। फाइबर से भरपूर खाना खाने से दिल की बीमारी होने के कम आसार हो जाते हैं। फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ा देता है। रोजाना सूजी का सेवन करने से शरीर में फाइबर की मात्रा बढ़ जाती है जो दिल स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह फोलेट और मैग्नीशियम से भी भरपूर होता है जो दिल स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
इस बात को साबित करने के लिए कई अध्ययन किए गए हैं-
- जो लोग हाई- फाइबर फूड खाते हैं जैसे कि सूजी, उन लोगों में लो फाइबर खाने वालो के मुकाबले 24% तक कम दिल की बीमारी होती है।
- 3 हफ्ते तक सूजी या किसी और खाने से 23 ग्राम फाइबर सेवन करने से 5% तक खराब कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम हो जाता है।
- जो लोग फोलेट से भरपूर खाना खाते हैं और जो सेवन नहीं करते हैं के मुकाबले 38% कम दिल की बीमारी होती है।
- रोजाना 100 एमजी मैग्नीशियम खाने से दिल की बीमारी और स्ट्रोक होने के 2% और 7% आसार कम हो जाते हैं।
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5. सामान्य ब्लड शुगर लेवल
मैग्नीशियम और फाइबर दोनों ऐसे मिनरल्स हैं जो ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद करते हैं और टाइप 2 डायबिटीज और दिल की बीमारी से भी दूर रहने में मदद करते हैं। सूजी में यह दोनों पाए जाते हैं जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
मैग्नीशियम इंसुलिन अच्छी तरह से प्रतिक्रिया करने के लिए कोशिकाओं को ट्रिगर करता है। और वहीं फाइबर कार्बोहाइड्रेट का अब्जॉर्बशन धीरे कर देता है। यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध किया गया है कि यह दोनों अचानक से ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ने देते हैं।
कई टेस्ट में साबित किया जा चुका है कि मैग्नीशियम से भरपूर खाना खाने पर डायबिटीज के आसार 14% तक कम हो जाते हैं। वहीं फाइबर का सेवन करने से हीमोग्लोबिन ए1सी लेवल 0.5% तक कम हो जाता है।
6. एनीमिया होने के कम आसार
सूजी आयरन से भरपूर होती है। पूरे दिन का 13 ग्राम आयरन 56 ग्राम सूजी के आटे का सेवन करने से मिल जाता है। इससे आपके शरीर में रेड ब्लड सेल बनती हैं और एनीमिया, लो हीमोग्लोबिन, थकान और डीहाइड्रेशन होने के आसार कम हो जाते हैं।
सबसे जरूरी जानने वाली बात यह है कि सूजी में मौजूद आयरन दरअसल नॉन- हेमे टाइप का है। इसका मतलब है कि यह शरीर के द्वारा पूरी तरह से अब्जॉर्ब नहीं कर पाता है क्योंकि यह जानवर का प्रोडक्ट है। इसलिए हमेशा आयरन का सेवन विटामिन सी के साथ करना चाहिए क्योंकि विटामिन, आयरन अब्जॉर्ब करने में मदद करता है।
7. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
सूजी के आटे में 37 एमजी एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जिसे सेलेनियम कहा जाता है। यह इम्यूनिटी और सेल मेमब्रेन की सेहत अच्छी करने का काम करता है। सूजी के फायदे की शुरुआत ही स्वस्थ इम्यून सिसिटम से होती है। एंटीऑक्सीडेंट, फ्री रेडिकल के द्वारा किए गए नुकसान से लड़ने में मदद करते हैं। जिससे यह झुर्रियां, चेहरे पर लाइन और बाकी बढ़ती उम्र के आसार समय से पहले होने के रोकता है। सेलेनियम इम्यूनिटी स्ट्रांग करने मदद करता है जिससे शरीर का बचाव इंफेक्शन, सूजन और बाकी बीमारी से रहता है।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
हाई ग्लूटेन होने के कारण सूजी का उपयोग पास्ता बनाने के लिए किया जाता है। अगर आपको ग्लूटेन की दिक्कत है तो इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें। अगर आपको सीलिएक बीमारी (Celiac disease) है तो सूजी का सेवन ना करें। कई बार ऐसा होता है कि सीलिएक बीमारी नहीं होती है लेकिन ग्लूटेन के प्रति नाज़ुक होते हैं। हर कोई अपने शरीर को बेहतर तरीके से जानता है इसलिए सूजी डाइट में शामिल करने से पहले एक बार सारे टेस्ट करवाएं और डॉक्टर से भी सलाह जरूर लें।
आखिर में
सूजी का आटा मार्केट में आसानी से मिल जाता है और यह कई सारे पौष्टिक आहार से भरपूर है। अब जब आपको यह पता चल गया है कि सूजी खाने के फायदे कितने सारे हैं तो अभी इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं और सूजी के फायदे लेना शुरू कर दें। बच्चों को सूजी से बना होम मेड पास्ता खिला सकते हैं। सूजी के साथ अलग- अलग डिश बनाएं और इसके फायदे उठाएं।
इस बात का खास ध्यान रखें कि डाइट में अचानक से बदलाव ना लाएं। धीरे- धीरे डाइट में बदलाव लाएं जिससे ज्यादा से ज्यादा मिल सकें।
आप सूजी से क्या बनाकर खाना पसंद करते हैं? हमें कमेंट में जरूर बताएं।
FAQs
सूजी के फायदे से जुड़े दिलचस्प सवालों के जवाब यहां से प्राप्त कर सकते हैं।
1. सूजी में कौन सा विटामिन पाया जाता है?
सूजी में कई सारे पौष्टिक आहार पाए जाते हैं जैसे कि विटामिन ए, विटामिन बी1, विटामिन बी2, विटामिन बी3, विटामिन बी6, फोलेट बी9, विटामिन सी। इसके अलावा सूजी में फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, ज़िंक, कैल्शियम और आयरन पाया जाता है।
2. क्या सूजी पेट के लिए अच्छी है?
सूजी पेट के लिए अच्छी होती है। 1/3 कप में 2 ग्राम फाइबर पाया जाता है। सूजी में मौजूद डाइटरी फाइबर पाचन शक्ति स्वस्थ करने में मदद करता है।
3. सूजी के फायदे क्या हैं?
सूजी में ऐसे कई सारे पौष्टिक आहार होते हैं जो शरीर के लिए लाभदायक हैं। सूजी के फायदे वेट लॉस के लिए भी जाने जाते हैं। इसके साथ ही सूजी के फायदे स्वस्थ दिल और पाचन शक्ति के लिए भी हैं।
4. क्या सूजी वेट लॉस में मदद करती है?
100 ग्राम सूजी में 360 कैलोरी और जीरो कोलेस्ट्रॉल होता है। सूजी वजन कम करने में मदद कर सकती है अगर इसका सेवन सेहतमंद स्नैक्स के साथ किया जाए। सेहतमंद स्नैक्स में प्रोटीन और फाइबर होना जरूरी है जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।
5. क्या सूजी डायबिटीज के लिए अच्छी होती है?
सूजी में हाई फाइबर होता है जिस कारण से सूजी का सेवन डायबिटीज में नहीं करना चाहिए।