सोंठ के फायदे, इस्तेमाल और नुकसान (Ginger Powder (Sonth)- Benefits, Uses And Side Effects In Hindi)

sonth ke fayde

सोंठ के फायदे, इस्तेमाल और नुकसान (Ginger Powder (Sonth)- Benefits, Uses And Side Effects In Hindi)

सोंठ (sonth) या अदरक पाउडर (dry ginger powder) को सूखी अदरक की जड़ों से बनाया जाता है। इसकी खुशबू स्ट्रोंग और फ्लेवर तीखा होता है। जैसे अदरक के फायदे कई सारे हैं वैसे ही सोंठ के फायदे (Benefits Of Sonth) भी कई सारे हैं। सोंठ के फायदे पेट को स्वस्थ रखने के लिए खासतौर पर जाना जाते हैं। इसके साथ ही सोंठ के फायदे (sonth ke fayde) वजन कम, इम्युनिटी स्ट्रोंग, जुकाम से राहत पाने के लिए भी हैं। आपको बता दें कि सोंठ का इस्तेमाल (ginger powder uses) खाने में भी किया जाता है। सोंठ पाउडर (saunth powder) घर में भी बनाया जा सकता है जिसके बाद इसको लगभग 1 साल के लिए स्टोर किया जा सकता है। इस आर्टिकल से आप सोंठ के फायदे (Benefits Of Sonth), सोंठ (saunth) कैसे करें इस्तेमाल और सोंठ के नुकसान (side effects of sonth powder) से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

सोंठ के फायदे (Benefits Of Sonth) डाइट में शामिल करें।

विषय सूची

सोंठ के पौष्टिक तत्व (Ginger Powder Nutritional Value In Hindi)

सोंठ के फायदे (sonth ke fayde) कई सारे हैं। सोंठ (sonth) का सेवन करते समय आपको कई सारे पौष्टिक तत्व मिलते हैं। सोंठ (saunth) में मिलने वाले पौष्टिक तत्व से जुड़ी जानकारी आप नीचे दी गई टेबल से ले सकते हैं (1)।

पोषणमात्रा – 1 चम्मच
कैलोरी4.8 कैलोरी
प्रोटीन0.11 ग्राम
फैट0.05 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट1.07 ग्राम
डाइटरी फाइबर0.12 ग्राम
शुगर0.1 ग्राम

सोंठ के फायदे (Benefits Of Ginger Powder In Hindi)

सोंठ के फायदे (Benefits Of Sonth) सबसे ज्यादा पेट स्वस्थ रखने के लिए जाने जाते हैं। इसके साथ ही सोंठ खाने के फायदे (sonth khane ke fayde) ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए भी जाने जाते हैं। सोंठ के फायदे और भी कई सारे हैं। सोंठ के फायदे (sonth ke fayde) से जुड़ी विस्तार से जानकारी आप नीचे से प्राप्त कर सकते हैं।

सोंठ के फायदे स्वस्थ पेट के लिए (Benefits Of Sonth For Healthy Stomach In Hindi)

सोंठ खाने के फायदे (sonth khane ke fayde) सबसे ज्यादा स्वस्थ पेट के लिए पॉपुलर हैं। पेट में जलन या दर्द होने पर सोंठ के फायदे (Benefits Of Sonth) सबसे ज्यादा लाभदायक माने जाते हैं। सोंठ (sonth) में एंटी- इंफ्लामेट्री गुण होते हैं जो पेट की जलन कम करने में मदद करते हैं। एंटी- इंफ्लामेट्री होने के कारण यह पेट के डाइजेस्टिव जूस को सामान्य बनाए रखने में मदद करते हैं जिससे पेट में आराम मिलता है। कब्ज के लिए सोंठ के फायदे (sonth ke fayde) बहुत काम आते हैं। कब्ज, पेट दर्द आदि होने पर दूध में सोंठ (sonth) का सेवन किया जा सकता है। सोंठ (saunth) खाने से पाचन प्रक्रिया अच्छे और स्वस्थ तरीके से काम करती है। लेकिन इसके बावजूद डॉक्टर से सलाह जरुर लें।

सोंठ के फायदे (sonth ke fayde) सेहत और त्वचा से जुड़े हुए हैं।

सोंठ खाने के फायदे स्ट्रोंग इम्युनिटी के लिए (Benefits Of Dry Ginger For Strong Immunity In Hindi)

जैसे अदरक के फायदे स्ट्रोंग इम्युनिटी के लिए जाने जाते हैं वैसे ही सोंठ के फायदे (Benefits Of Sonth) भी इम्युनिटी स्ट्रोंग बनाने के लिए लाभदायक हैं। सोंठ (sonth) में अदरक की तरह दो ताकतवर एंटीऑक्सीडेंट – करक्यूमिन और कैप्साइसिन पाए जाते हैं जो इम्युनिटी स्ट्रोंग करने में मदद करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट शरीर में फ्री रेडिकल को आने नहीं देते हैं। फ्री रेडिकल ऐसे रोगजनक तत्व हैं जो बीमारी पैदा करने के मुख्य कारण हैं। एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल को खत्म करने में सहायता करता है और शरीर को बीमारियों से दूर रखता है।

घर में अदरक नहीं है? अदरक की जगह इन्हें करें इस्तेमाल।

सोंठ के लाभ जुकाम के लिए (Sonth Benefits For Cold In Hindi)

शुरुआती सर्दी- जुकाम होने पर घरेलू उपाय अपनाएं जा सकते हैं। सर्दी- जुकाम के घरेलू उपाय में सबसे पहले अदरक और सोंठ का इस्तेमाल (ginger powder uses) अधिकतर लोगों के द्वारा किया जाता है। सोंठ के फायदे (sonth ke fayde) सर्दी- जुकाम से आराम देने में मदद करते हैं। सर्दी- जुकाम होने पर अदरक या सोंठ (saunth) का सेवन चाय या दूध के रूप में किया जाता है। ऐसा करने से सर्दी- जुकाम में जल्द राहत मिलती है।

सोंठ के फायदे (Benefits Of Sonth) जुकाम के दौरान।

सोंठ खाने के फायदे स्वस्थ डाइजेशन के लिए (Benefits Of Sonth Powder For Healthy Digestion In Hindi)

किसी ने सही कहा है कि पेट स्वस्थ तो हम मस्त। यह कहावत बिल्कुल सही है क्योंकि पेट स्वस्थ रहने पर अधिकतर बीमारियां दूर रहती हैं। ऐसे ही सोंठ के फायदे (sonth ke fayde) पेट को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। ऐसे में सोंठ खाने के फायदे (sonth khane ke fayde) स्वस्थ डाइजेशन में मदद करते हैं। इसके साथ ही सोंठ की मदद से पेट में अच्छे बैक्टीरिया पैदा होते हैं जो डाइजेशन को स्वस्थ तरीके से पूरा होने में मदद करते हैं।

सोंठ के लाभ कब्ज के लिए (Saunth Powder Benefits In Constipation In Hindi)

कब्ज की दिक्कत आपको आमतौर पर मिल जाएगी लेकिन कब्ज को हल्के में नहीं लेना चाहिए। अगर आपको कब्ज की समस्या है तो सोंठ के फायदे (sonth ke fayde) ले सकते हैं। कब्ज या गैस की परेशानी से राहत पाने के लिए सोंठ के साथ काला नमक और हींग मिलाकर पानी के साथ ले सकते हैं। यह घरेलू उपाय अधिकतर भारतीय घर में इस्तेमाल किया जाता है। ज्यादा परेशानी होने पर डॉक्टर से सलाह जरुर लें।

कब्ज, गैस की परेशानी से राहत मिल सकती है।

सोंठ के फायदे मितली के दौरान (Benefits Of Ginger Powder For Morning Sickness In Hindi)

सोंठ के फायदे (sonth ke fayde) प्रेगनेंसी के दौरान भी खासतौर पर जाने जाते हैं। गर्भवती महिलाओं को सुबह उठते ही मितली या जी मिचलाने लग जाता है। इस दौरान सोंठ (sonth) का सेवन पुराने ज़माने से किया जाता आ रहा है। सोंठ (saunth) को पानी में मिलाकर पिया जा सकता है। ऐसा करने से मिलती कम हो जाती है और पेट भी स्वस्थ रहता है।

सोंठ खाने के फायदे बुखार में (Benefits Of Dry Ginger Powder In Fever In Hindi)

हल्का- फुल्का बुखार होने पर दवाई से पहले घरेलू उपाय सही रहते हैं। इसमें सोंठ के फायदे (sonth ke fayde) शायद आपकी मदद कर सकते हैं। हल्का बुखार होने पर सोंठ में शहद मिलाकर खाया जा सकता है। ऐसा करने से शरीर का तापमान बढ़ता जिससे पसीना निकलता है और बुखार कम होने में भी मदद मिलती है। ज्यादा बुखार होने पर डॉक्टर से सलाह जरुर लें।

बुखार में सोंठ का सेवन लाभदायक हो सकता है।

सोंठ के लाभ सिर दर्द के लिए (Benefits Of Sonth Powder In Headache In Hindi)

सोंठ के फायदे (sonth ke fayde) सिर दर्द में राहत देने के लिए भी जाने जाते हैं। जब सिर की कोशिकाओं में सूजन हो जाती है या फिर ज्यादा तनाव के कारण सिर दर्द होने लगता है। अगर आपको सिर दर्द कम है तो दवाई से पहले घरेलू उपाय का उपयोग कर सकते हैं। घरेलू उपाय में सोंठ खाने के फायदे (sonth khane ke fayde) सिर दर्द ठीक करने में मदद कर सकते हैं। सोंठ के गुण सिर की कोशिकाओं में सूजन कम करने में मदद करते हैं जिससे सिर दर्द में राहत मिल सकती है।

सोंठ के फायदे दांत के दर्द के लिए (Benefits Of Ginger Powder For Tooth Pain In Hindi)

क्या आपने इस बात पर ध्यान दिया है कि जो आप टूथपेस्ट इस्तेमाल करते हैं उसमें सोंठ भी हो सकता है। दांत के दर्द अकसर गजरने वाले लोगों स्पेशल टूथपेस्ट का इस्तेमाल करते हैं जिसमें कआ आयुर्वेदिक तत्व होते हैं और उन्हीं में से एक है सोंठ। दांत में दर्द होने पर आप सोंठ पाउडर से दांतों की हल्के हाथ से मालिश कर सकते हैं। ऐसा करने से दर्द में राहत मिल सकती है।

सोंठ के फायदे दांत के दर्द को ठीक में लाभदायक है।

सोंठ खाने के फायदे जोड़ों के दर्द के लिए (Benefits Of Sonth For Joint Pain In Hindi)

सोंठ के फायदे (Benefits Of Sonth) जोड़ों के दर्द के लिए लाभदायक हैं। सोंठ (sonth) में एंटी- इंफ्लामेट्री के गुण मौजूद हैं जो जोड़ों के दर्द में राहत देने में मदद करते हैं। जोड़ों में दर्द होने पर आप सोंठ (saunth) का सेवन दूध में डालकर सकते हैं। कुछ दिनों तक ऐसा करने से जोड़ों के दर्द में राहत मिल सकती है। दर्द ज्यादा बढ़ने पर डॉक्टर को जरुर दिखाएं।

सोंठ के लाभ गले में आराम देते हैं (Sonth Benefits For Throat Pain In Hindi)

गले में दर्द और खराश होने के कई सारे कारण हो सकते हैं। गले में दिक्कत होने से ना कुछ खाया जाता है और ना ही कुछ पिया जाता है। अगर आपके घर में सोंठ (sonth) या अदरक है तो इनका सेवन दूध, चाय में कर सकते हैं। ऐसा करने से सोंठ के फायदे (Benefits Of Sonth) गले में आराम देने में मदद कर सकते हैं।

सोंठ के फायदे गले के दर्द में आराम देने में मदद कर सकते हैं।

सोंठ के फायदे सेहतमंद त्वचा के लिए (Benefits Of Sonth For Healthy Skin In Hindi)

सोंठ के फायदे (Benefits Of Sonth) सेहत के साथ- साथ त्वचा को भी सेहतमंद बनाने में मदद करते हैं। सोंठ (sonth) में एंटी- इंफ्लामेट्री और एंटी- बैक्टीरियल गुण होते हैं जो बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करते हैं जिससे त्वचा साफ रहती है। सोंठ (saunth) को त्वचा के लिए इस्तेमाल करने के लिए आप फेस मास्क बना सकते हैं। आपको बता दें कि कई ब्यूटी प्रोडक्ट में भी सोंठ (sonth) या अदरक पाउडर का इस्तेमाल (ginger powder uses) किया जाता है। सोंठ (saunth) का इस्तेमाल त्वचा के लिए करने के लिए सोंठ और दूध को मिक्स करें और पेस्ट बना लें। यह पेस्ट त्वचा पर 15 से 20 मिनट के लिए लगाएं और फिर पानी में धो लें।

सोंठ के फायदे वजन कम करने के लिए (Benefits Of Dry Ginger For Weight Loss In Hindi)

सोंठ के फायदे वजन कम करने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप वजन कम करने क की राह पर हैं तो आप सोंठ (sonth) को भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। वजन कम करने के लिए सोंठ (saunth) को गर्म पानी में मिलाकर सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको सोंठ और गर्म पानी पीने के फायदे एक साथ मिल जाते हैं। सोंठ (saunth) और गर्म पानी के मेल से फैट बर्न होने में मदद मिलती है।

सोंठ के फायदे (sonth ke fayde) वजन कम करने के लिए।

घर में सोंठ/ अदरक पाउडर कैसे बनाएं (How To Make Ginger Powder (Sonth Powder) At Home)

सोंठ (sonth) के इतने सारे फायदे हैं कि आप इसे डाइट में जरुर शामिल करना चाहेंगे। मार्किट में सोंठ पाउडर (sonth powder) बहुत आसानी से मिल जाएगा। लेकिन आपको बता दें कि सोंठ पाउडर (sonth powder) घर में भी बनाया जा सकता है। घर में सोंठ पाउडर बनाने की विधि बेहद सिंपल है। घर में सोंठ पाउडर (sonth powder) बनाने की पूरी विधि से जुड़ी जानकारी नीचे से प्राप्त कर सकते हैं।

घर में सोंठ पाउडर (sonth powder) बनाने की विधि

  • सोंठ पाउडर (sonth powder) बनाने के लिए सबसे पहले ताज़ा अदरक लें और काटें।
  • अदरक काटने के बाद इसको धूप में सुखा दें।
  • अदरक को लगभग 2-3 दिन के लिए धूप में सुखाएं।
  • अदरक के टुकड़े अच्छे से सूखने के बाद अदरक को मिक्सर में पीस लें।
  • अदरक पीसने के बाद आपको अदरक का पाउडर या सोंठ (sonth) मिल जाएगा।
  • लंबे समय के लिए इस्तेमाल करने के लिए सोंठ (saunth) को एयर टाइट डिब्बे में स्टोर करें।
सोंठ पाउडर घर में बनाएं।
इमेज क्रेडिट- commons.wikimedia.org

सोंठ से बनने वाली डिश (Dishes To Make With Ginger Powder (Sonth) In Hindi)

सोंठ के फायदे (Benefits Of Sonth) जानने के बाद जरुरी है कि आप इसे अपनी डाइट में शामिल करें। सोंठ का इस्तेमाल (ginger powder uses) किया जा रहा है। आमतौर पर सोंठ का इस्तेमाल (ginger powder uses) घरेलू उपाय के लिए किया जाता है जिसके लिए सोंठ (sonth) से काढ़ा बनाया जाता था। यहां से सोंठ (saunth) से बनने वाली डिश के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

सोंठ की खट्टी- मिठी चटनी (Sonth Ki Chutney)

सोंठ (saunth) की चटनी आप घर में आसानी से बना सकते हैं। इस चटनी को आप रोटी, पराठा के साथ खा सकते हैं। सोंठ (sonth) की चटनी बनाने की विधि की जानकारी यहां से ले सकते हैं।

सोंठ की चटनी बनाने की विधि

  • सोंठ (sonth) की चटनी बनाने के लिए सबसे पहले बर्तन में पानी डालकर गर्म करें।
  • अब इसमें गुड़ और इमली डालें।
  • अच्छे से उबालें।
  • अब इस मिश्रण को छलनी से छान लें।
  • अब फ्राई पैन में तेल डालें।
  • तेल गर्म होने के बाद जीरा, मेथी, सौंफ के दाने, लाल मिर्च डालें।
  • अब गुड़ और इमली का पानी डालें और पकाएं।
  • स्वाद के अनुसार नमक डालें।
  • आखिर में सोंठ (saunth) डालें और पकाएं।
  • चटनी गाढ़ी होने के बाद सोंठ की चटनी तैयार है।
सोंठ की चटनी घर में आसानी से बनाएं।
इमेज क्रेडिट- commons.wikimedia.org

सोंठ का दूध (Ginger Powder Milk)

सोंठ का दूध जुकाम में पिया जाता है। सोंठ (sonth) का दूध पीने से जुकाम जल्दी से सही हो जाता है। सोंठ (saunth) के दूध को बच्चा भी आसानी से बना सकता है।

सोंठ का दूध बनाने की विधि

  • सोंठ (saunth) का दूध बनाने के लिए दूध उबाल लें।
  • अब इसमें एक चम्मच सोंठ (sonth) और चीनी डालें।
  • 5-7 मिनट के उबलने दें।
  • अब दूध गिलास में छान लें।
  • सोंठ का दूध तैयार है।
जुकाम में सोंठ का दूध पिएं।

सोंठ की चाय (Ginger Powder Tea)

सर्दी, खांसी, जुकाम में सोंठ की चाय के फायदे आपको इन सभी से जल्द राहत दिला सकती है। सोंठ की चाय बनाने के लिए और भी सामग्री की जरुरत है।

सोंठ की चाय बनाने की विधि

  • सोंठ की चाय बनाने के लिए सबसे पहले पतीले में पानी उबाल लें।
  • अब इसमें सोंठ पाउडर, इलायची, दालचीनी, लौंग और हल्दी पाउडर डालें और अच्छे से उबालें।
  • इस सभी सामग्री को पानी में अच्छे से उबालने के बाद पानी को कप में छान लें।
  • अब स्वाद के लिए आप शहद या गुड़ डाल सकते हैं।
  • आपकी सोंठ की चाय तैयार है।
सोंठ की चाय सर्दी, जुकाम, बुखार आदि में पी सकते हैं।

सोंठ का इस्तेमाल कैसे करें (How To Use Ginger Powder (Sonth) In Hindi)

सोंठ का इस्तेमाल (ginger powder uses) कई डिश में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है वहीं सोंठ (saunth) का इस्तेमाल कई और तरीके से भी किया जा सकता है। हर किसी को कुछ ना कुछ शरीर से जुड़ी परेशानी होती रहती है। और यह बात भी सच है कि हर परेशानी के लिए दवाई लेना भी ठीक नहीं है। सोंठ (sonth) का इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है से जुड़ी अधिक जानकारी नीचे से ले सकते हैं।

  • सोंठ (sonth) को पेट की परेशानी दूध करने के लिए जाना जाता है। पेट में परेशानी होने पर सोंठ (saunth) को दूध, चाय के साथ ले सकते हैं।
  • मासिक धर्म में सोंठ का सेवन अजवाइन और गुड़ के साथ किया जा सकता है।
  • जोड़ों में दर्द होने पर तिल के तेल में सोंठ (sonth) मिलाकर हल्के हाथ से मालिश करें।
  • दांत या मसूड़ों में दर्द होने पर सोंठ के पेस्ट से हल्के हाथ से मालिश करें।
  • कब्ज या गैस होने में सोंठ को शहद के साथ मिक्स कर खाया जा सकता है।
  • सर्दी, खांसी, जुकाम और हिचकी आने पर सोंठ का इस्तेमाल किया जा सकता है।

सोंठ के घरेलू उपाय (Home Remedies Of Dry Ginger Powder In Hindi)

सोंठ के फायदे आयुर्वेद के समय से लिए जा रहे हैं। भारत में अधिकतर लोग दवाई लेने से पहले घरेलू उपाय अपनाने की कोशिश करते हैं। घरेलू उपाय से असर ना पड़ने पर डॉक्टर से सलाह जल्द से जल्द लें। सोंठ को कई घरेलू उपाय के लिए जाना जाता है जैसे कि (2)

  • भूख बढ़ाने के लिए – भूख बढ़ाने के लिए 2 ग्राम सोंठ घी या गर्म पानी के साथ सुबह ले सकते हैं।
  • मासिक धर्म के दर्द के दौरान- अदरक की चाय ब्राउन शुगर के साथ पीने से दर्द में आराम पड़ता है।
  • डायबिटीज- अदरक का जूस पीने से ग्लूकोज लेवल कम होने में मदद मिलती है। ऐसा जानवरों पर किए गए अध्ययन में पाया गया है।
  • पीलिया- सोंठ पाउडर के साथ गुड़ का सेवन कर सकते हैं।
  • कीढ़ा काटने पर – किसी कीढ़ें के काटने पर सोंठ पाउडर को दही के साथ मिक्स कर लगा सकते हैं।
सोंठ का इस्तेमाल कई तरीके से किया जा सकता है।

सोंठ के नुकसान (Side Effects Of Ginger Powder (Sonth) In Hindi)

जिस चीज के फायदे होते हैं उसके नुकसान भी होते हैं। वैसे ही सोंठ के फायदे (sonth ke fayde) होने के साथ- साथ सोंठ के नुकसान (side effects of sonth powder) भी हैं। अधिक मात्रा में सोंठ (sonth) का सेवन करने से आपको इसके नुकसान भुगतने पड़ सकते हैं। इसलिए सोंठ का सेवन करते समय इसकी मात्रा का ध्यान खासतौर पर रखना चाहिए। सोंठ के नुकसान (side effects of sonth powder) से जुड़ी जानकारी नीचे से प्राप्त कर सकते हैं।

  • अधिक मात्रा में सोंठ (sonth) का सेवन करने से पेट में दिक्कतें हो सकती हैं।
  • सोंठ (saunth) का सेवन सही मात्रा में ना करने से दस्त लग सकते हैं।
  • मुंह और गले में जलन हो सकती है।
  • अधिक मात्रा में अदरक पाउडर खाने से दिल की बीमारी होने के आसार बढ़ सकते हैं।

आखिर में

सोंठ के फायदे (Benefits Of Sonth) बहुत समय से उपयोग किए जा रहे हैं। आमतौर पर सोंठ खाने के फायदे (sonth khane ke fayde) घरेलू उपाय के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं जैसे कि पेट दर्द, दांत में दर्द, गले में खराश, जुकाम आदि। आपको बता दें कि सोंठ का इस्तेमाल (ginger powder uses) वजन कम करने के लिए भी किया जाता है। वजन कम करने की डाइट में सोंठ को शामिल करना एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। सोंठ का सेवन कई डिश में भी किया जा सकता है। अदरक की तरह सोंठ (sonth) का स्वाद तीखा होता है जिससे खाने का स्वाद बदल जाता है और अच्छा हो जाता है। किसी बीमारी का इलाज करने के लिए सोंठ का इस्तेमाल (ginger powder uses) करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरुर लें उसके बाद ही इस्तेमाल करें। सोंठ का इस्तेमाल (ginger powder uses) सही और स्वस्थ तरीके से ही करें।

FAQs

  1. एक दिन में किनी मात्रा में सोंठ का सेवन करना चाहिए? (How much ginger powder should I take daily?)

    अधिकतर अध्ययनों के अनुसार एक दिन में एक चम्मच सोंठ (sonth) का सेवन करना पर्याप्त माना गया है।

  2. सोंठ का इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है? (What are ginger powder uses?)

    सोंठ का इस्तेमाल (ginger powder uses) कई तरह से किया जा सकता है- सोंठ (sonth) को पानी या दूध में मिलकर किया जा सकता है। सोंठ का पेस्ट सीधा दांत में लगाया जा सकता है। त्वचा के लिए सोंठ में दूध मिलाकर पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाया जा सकता है।

  3. क्या रोजाना सोंठ खा सकते हैं? (Can we eat ginger powder daily?)

    रोजाना सही मात्रा में सोंठ (sonth) का सेवन करना सही है। रोजाना एक चम्मच सोंठ का सेवन किया जा सकता है, इससे ज्यादा सोंठ खाने से सोंठ के नुकसान (side effects of sonth powder) होने के आसार बढ़ जाते हैं। लेकिन इसके बावजूद डॉक्टर की सलाह जरुर लें।

  4. क्या सोंठ से वजन कम होने में मदद मिलती है? (Does ginger powder helps in weight loss?)

    सोंठ (saunth) का सेवन गर्म पानी में मिलाकर करने से फैट बर्न होने में मदद मिलती है जिससे वजन कम हो सकता है। सोंठ (sonth) के साथ ही कसरत, बैलेंस डाइट का भी खास ध्यान रखें।

  5. सोंठ के नुकसान क्या हैं? (What are the side effects of ginger powder?)

    अधिक मात्रा में सोंठ (sonth) का सेवन करने से पेट में दिक्कतें, दिल की बीमारी होने के आसार आदि नुकसान हो सकते हैं।

लेखक के बारे में

सुरभि शर्मा मिश्री में हिंदी लेखिका हैं। इ्न्हें सवाल पूछना बहुत पसंद है शायद इसी कारण से इनके आर्टिकल आपको विस्तार जानकारी के साथ मिलेंगे। इनका कहना है कि अपने शौक को करियर में बदलने से अच्छा और क्या हो सकता है। लिखने के साथ- साथ और भी कई शोक रहे हैं लेकिन अब इन्हें लगता है कि यह अपना पसंदीदा काम कर रही हैं। 

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Comments (0)

  • Pukhraj DhootReply

    अच्छी जानकारी हासिल हुई

    October 23, 2020 at 4:30 pm

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