बेल के 12 विस्मयकारी फायदे और इससे जुड़ी बातें
बेलपत्र के फायदे गर्मियों में जूस, चटनी, जेली आदि के रूप में लिए जा सकते हैं। बेल के फायदे जानने के लिए आप यह आर्टिकल पढ़ सकते हैं।
यह फल देखने में छोटे नारियल की तरह है और बार से सख्त सतह होती है। क्या आप पहचान सकते हैं?
बेल को बेलपत्र और अंग्रेज़ी में वुड एप्पल के नाम से जाना जाता है। भारत में बेल पत्र की खेती करीब 4000 साल से ज्यादा समय से की जा रही है। बेल को आयुर्वेद में जड़ी बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। आपको बता दें कि बेल पत्र में ऐसे कई पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो सेहत के लिए लाभदायक होते हैं।
बेल के फायदे कई सारे हैं जैसे कि कब्ज से राहत, कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद, लिवर की बीमारी दूर करने में मदद आदि। गर्मियों में बेल पत्र के जूस का सेवन गर्मी से राहत पाने के लिए किया जाता है। भारत में बेल पत्र के पत्तों का इस्तेमाल पूजा के लिए भी किया जाता है। बेल के फायदे और नुकसान से जुड़ी जानकारी इस आर्टिकल से विस्तार से प्राप्त कर सकते हैं।
विषय सूची
बेल के पौष्टिक तत्व
बेल के फायदे कई सारे हैं अगर इसका सेवन सही तरीके से किया जाए। आपको बता दें कि बेल पत्र के फायदे सेहत से जुड़े सबसे ज्यादा हैं। इसमें मौजूद पौष्टिक तत्व के कारण बेल पत्र के फायदे बढ़ जाते हैं। बेल के पौष्टिक तत्व की जानकारी नीचे दी गई टेबल से प्राप्त कर सकते हैं।
पोषण | मात्रा – 100 ग्राम |
एनर्जी | 134 |
नमी | 64 ग्राम |
प्रोटीन | 7 ग्राम |
फैट | 4 ग्राम |
मिनरल | 2 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 18 ग्राम |
कैल्शियम | 130 ग्राम |
फॉस्फोरस | 110 एमजी |
आयरन | 0 एमजी |
बेल के फायदे
बेल के फायदे सेहत से जुड़े कई सारे हैं जैसे कि स्वस्थ पेट, कोलेस्ट्रॉल, कंट्रोल डायबिटीज, एनर्जी बढ़ाने में मदद, स्वस्थ डाइजेशन आदि। इसके अलावा भी बेल पत्र के फायदे कई सारे हैं जिससे जुड़ी सारी जानकारी नीचे से प्राप्त कर सकते हैं।
1. एनर्जी बढ़ाने के लिए
बेल के फायदे खासतौर पर गर्मियों में लिए जाते हैं। गर्मियों में अकसर आपको सड़क किनारे बेल पत्र जूस की रेढ़ी जरूर मिल जाएगी। लू भरे दिन में बेल पत्र का जूस पीने से शरीर को एनर्जी मिलती है जिससे गर्मी सहन करने की क्षमता बढ़ती है। अगर आप गर्मी में बाहर हैं तो साफ और सेहतमंद बेल पत्र जूस का सेवन अवश्य करें। इसके अलावा नींबू पानी, गन्ने का जूस, नारियल पानी का भी सेवन कर सकते हैं।
2. कब्ज से राहत
बेल पत्र कब्ज से राहत पाने के लिए भी जाना जाता है। सामान्य कब्ज से राहत पाने के लिए घरेलू उपाय अपना सकते हैं। इसके अलावा कब्ज से छुटकारा पाने के लिए बेल पत्र का जूस बहुत लाभदायक होता है। सही मात्रा और सही तरीके से लेने से कब्ज की परेशानी दूर होने में मदद मिलती है। बेल पत्र का जूस 2 से 3 महीने तक रोजाना पीने से कब्ज से राहत पाने में मदद मिल सकती है। अगर तकलीफ ज्यादा है तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
3. छालों से राहत
अगर आपको अकसर छालें होते रहते हैं तो शायद बेल के फायदे आपके काम आ सकते हैं। आपको बता दें कि बेल में सही मात्रा में थानिन पाया जाता है जो छालों को सही करने में मदद करता है। छालों के लिए बेल के पत्तों का उपयोग किया जाता है। बेल के पत्तों को रातभर पानी में भिगा दें और फिर अगली सुबह पानी का सेवन करें। इसके अलावा आप बेल पत्र के जूस का सेवन भी कर सकते हैं। छालें ठीक होने तक बेल पत्र के जूस या बेल पत्र के पत्तों के पानी का सेवन कर सकते हैं।
4. सामान्य कोलेस्ट्रॉल लेवल
बेल के फायदे कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में भी मदद करते हैं। आपको बता दें कि बेल के पत्तों में मिथनॉल की खूबियां पाई जाती हैं जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद करती हैं। बेल के फायदे प्राप्त करने के लिए आप इसका सेवन चाय, शरबत या पानी के रूप में कर सकते हैं।
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5. स्वस्थ लिवर
बेल के फायदे लिवर के लिए कई सारे हैं। बेल पत्र में बीटा कैरोटीन पाया जाता है जो लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह तत्व लिवर को अच्छे से काम करने में मदद करता है। और लिवर से जुड़ी होने वाली बीमारी के आसार कुछ हद तक कम हो सकते हैं।
6. बुखार
आयुर्वेद में बेल पत्र को बुखार के लिए इस्तेमाल किया जाता है। बेल पत्र की जड़ों लाभदायक हो सकती हैं। बुखार होने पर बेल पत्र के पत्तों का काढ़ा बनाकर सेवन किया जाता है। ऐसा करने से बुखार उतरने में मदद मिलती है। इसके अलावा बुखार में बेल पत्र का जूस का भी सेवन करना लाभदायक होता है।
7) सेहतमंद दिल
बेल पत्र के फायदे दिल सेहतमंद रख सकते हैं। बेल पत्र का सेवन करने से दिल की बीमारियां होने के आसार कम हो जाते हैं। दिल की बीमारी से गुजर रहे लोगों को बेल पत्र का काढ़ा या फिर बेल का जूस पी सकते हैं। डाइट में किसी भी प्रकार का बदलाव लाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
8. डायबिटीज
बेल के फायदे डायबिटीज कंट्रोल करने में सहायक हो सकते हैं। इसका सेवन करने से शुगर और इंसुलिन का लेवल सामान्य बना रहता है जिससे डायबिटीज की बीमारी होने या फिर बढ़ने के आसार कम हो सकते है। बेल में फेरोनिया नाम का तत्व पाया जाता है जो शुगर और इंसुलिन लेवल कम करने में मदद करता है। डायबिटीज के दौरान बेल पत्र डाइट में शामिल कर सकते हैं। लेकिन इससे पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
9. स्वस्थ डाइजेशन
अगर आपको आमतौर पर पाचन में परेशानी होती है जो शायद बेल के फायदे आपके काम आ सकते हैं। बेल के फायदे स्वस्थ तरीके से पाचन प्रक्रिया पूरी करने में मदद करते हैं। बेल में फेरिया नामक तत्व पाया जाता है जो स्वस्थ डाइजेशन करने में मदद करता है। बेल के फायदे डाइट में शामिल करने से पेट से जुड़ी बीमारी दूर हो सकती है।
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10. एंटीऑक्सीडेंट
बेल पत्र के फायदे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल से लड़ने में मदद करते हैं। फ्री रेडिकल शरीर में प्रवेश करते हैं जो स्वस्थ सेल के साथ मिल जाते हैं और इन्हें खराब कर देते हैं। अगर शरीर में सही मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद हैं तो यह फ्री रेडिकल से लड़ने में मदद करते हैं और स्वस्थ सेल को किसी भी तरह के नुकसान से बचाकर रखने में मदद करते हैं। बेल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को कई हानिकारक बीमारी से बचाव रखने में मदद करते हैं।
11) सेहतमंद त्वचा
बेल के फायदे त्वचा के लिए भी कई सारे हैं। बेल पत्र के फायदे त्वचा के लिए प्राप्त करने के लिए बेल पत्र जूस का सेवन रोजाना करना चाहिए। इसके अलावा बेल पत्र जूस में शहद डालकर पीने से भी त्वचा स्वस्थ रहती है। बेल में सोरलिन नाम का तत्व पाया जाता है जो त्वचा को सूरज की किरणों से बचाकर रखता है। इसलिए बेल पत्र के जूस डाइट में शामिल कर सकते हैं।
12. मजबूत बाल
बेल के फायदे बालों के लिए भी बहुत सारे हैं। बेल के पत्तों का सेवन करने से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं जिससे बालों का झड़ना कम होने में मदद मिलती है।
बेल पत्र से बनने वाली डिश
बेल पत्र के फायदे जानने के बाद आप इसे अपनी डाइट में अवश्य शामिल करना चाहेंगे। बेलपत्र का जूस बहुत पॉपलुर है। गर्मियों में सड़क किनारे आपको बेल के जूस की रेढ़ी आसानी से मिल जाएगी। लेकिन क्या आपको बता दें कि बेलपत्र का जूस आप घर में भी आसानी से बना सकते हैं। इसके साथ ही बेल की अन्य डिश की जानकारी भी आप यहां से ले सकते हैं।
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1. बेल का जूस
बेलपत्र जूस घर में आसानी से बनाया जा सकता है। अगर आप भी बेल पत्र का जूस सेहतमंद तरीके से घर की सुविधा में बनाना चाहते हैं तो यहां से पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
बेलपत्र जूस बनाने की विधि
- बेलपत्र जूस बनाने के लिए सबसे पहले बेलपत्र छीलें।
- बेलपत्र के बीज बहुत कड़वे होते हैं इसलिए इनका इस्तेमाल ना करें।
- बेलपत्र छीलें और इसका गुद्दा निकाल लें।
- गुद्दा निकालने के बाद इसमें पानी डालें और सारी गांठ खत्म कर दें।
- अब दूसरे बर्तन के ऊपर छलनी लगाएं और जूस छान लें।
- जूस और बीज अलग करने के बाद इस जूस को मिक्सी में डालें।
- जूस में दूध और चीनी भी डालें।
- अच्छे से मिक्स करें। आप चाहें तो बर्फ भी डाल सकते हैं।
- जूस गिलास में निकाल लें और जूस तैयार है।
2. बेल की चटनी
बेलपत्र के जूस के अलावा बेल की चटनी भी बना सकते हैं। आपको बता दें कि जूस की तरह बेल की चटनी बनाने की विधि बेहद सिंपल हैं।
बेल की चटनी बनाने की विधि
- बेल की चटनी बनाने के लिए सबसे पहले बेलपत्र का गुद्दा निकाल लें और इसमें से बीज निकाल लें।
- अब फ्राई पैन में तेल डालें और तेल में लहसुन, हरी मिर्च और जीरा डालें। तीनों सामग्री को पहले पीस लें और फिर तीनों का मिश्रण एक साथ तेल में डालें।
- सामग्री पकने के बाद बेलपत्र का गुद्दा डालें और पकने दें।
- बेलपत्र का गुद्दा पकने के बाद इसमें गुड़ डालें और पकने दें।
- अब ऊपर से नमक और हरा धनिया डालें।
- थोड़ी देर पकने दें।
- चटनी का रंग लाल और सुंदर होने तक पकाएं।
- आपकी बेलपत्र की चटनी तैयार है।
3. बेलपत्र की जेली
बेलपत्र से जेली भी बनाई जा सकती हैं। बच्चों को जेली बेहद पसंद आती है तो क्यों ना बच्चों को घर में बनी सेहतमंद जेली खिलाई जाए।
बेल पत्र की जेली बनाने की विधि
- बेल की जेली बनाने के लिए सबसे पहले बेल का गुद्दा निकाल लें और पानी में एक उबाल आने दें।
- अब दूसरा बर्तन लें और उस पर छलनी रखें और बेल पत्र के पानी को छान लें।
- एक पैन गैस पर रखें और इसमें छाना हुआ बेलपत्र जूस डालें।
- इसमें चीनी डालें और 5-7 मिनट के लिए उबलने दें।
- जब जेली की स्थिति गाढ़ी हो जाए तब गैस बंद कर लें।
- जेली को ठंडा होने दें।
- ठंडा होने के बाद जेली को बर्तन से निकालकर प्लेट में रख दें।
- जेली को अपने पसंद के आकार में काट लें।
बेलपत्र से जुड़ी जरुरी बातें
बेल पत्र डाइट में शामिल करने से पहले बेल के फायदे के साथ- साथ कुछ अन्य जानकारी भी होनी जरुरी है।
- बेल को स्वस्थ पेट रखने के लिए जाना जाता है। अधिक मात्रा में बेल पत्र का सेवन करने से पेट से जुड़ी परेशानी बढ़ भी सकती हैं जैसे कि गैस, कब्ज आदि।
- अगर आप रोजाना बेल के जूस का सेवन कर रहे हैं तो घर में ही जूस बनाने की कोशिश करें। या फिर बाहर जूस पी रहे हैं तो साफ- सफाई का खास ध्यान रखें।
- बेल को कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल सामान्य बनाए रखने के लिए जाना जाता है। लेकिन अगर इसका सेवन अधिक मात्रा में कर लिया जाए तो कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल कम या बहुत कम हो सकता है।
आखिर में
बेल पत्र को डाइट में शामिल करने से कई सारे फायदे आपको प्राप्त हो सकते हैं। गर्मियों बेल के फायदे बढ़ जाते हैं। गर्मियों में जूस का सेवन ज्यादा करना चाहिए जिससे शरीर में पानी की कमी ना हो। इसलिए बेल पत्र का जूस गर्मियों में बहुत पॉपुलर हो जाता है। अगर बेल पत्र के बारे में आपको अभी पता चला है तो इसका सेवन अवश्य करें और बेल के फायदे लें। लेकिन इस बात का खास ध्यान रखें कि बेल का सेवन सही मात्रा में करने से ही बेल के फायदे प्राप्त होते हैं।
क्या आपने बेल पत्र का जूस ट्राई किया है?
FAQs
बेलपत्र के फायदे से जुड़े दिलचस्प सवालों के जवाब यहां से प्राप्त कर सकते हैं।
1. बेलपत्र के सेहत से जुड़े फायदे क्या हैं?
बेल के फायदे सेहत से जुड़े कई सारे हैं जैसे कि कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज कंट्रोल, सेहतमंद दिल, बुखार में लाभदायक, छालों में आराम, निखतरी त्वचा और सेहतमंद बाल आदि।
2. क्या बेलपत्र वेट लॉस में मदद करता है?
गर्मियों में बेल के फायदे कई सारे हैं। आपको बता दें कि 250 एमएल बेलपत्र जूस में 150 कैलोरी होती हैं। कसरत करने के बाद बेलपत्र के जूस का सेवन करना लाभदायक हो सकता हैं।
3. क्या डायबिटिक लोग बेलपत्र का सेवन कर सकते हैं?
अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रीशन के अनुसार डायबिटीज से गुजर रह लोग बेलपत्र का सेवन कर सकते हैं। लेकिन इसके बावजूद डॉक्टर से सलाह जरुर लें।
4. बेलपत्र कैसे खाया जाता है?
बेल पत्र को कई तरह से खाया जा सकता है जैसे कि बेलपत्र का जूस, चटनी, सलाद, जेली आदि। बेल से कोई भी डिश बनाने से पहले इसके बीज अवश्य निकालें क्योंकि इसके बीज बहुत कड़वे होते हैं।